जयपुर : राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के लिए उम्मीदवार और रणनीति के अलावा बड़ा हथियार व्हाट्सएप बनकर उभर रहा है। विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच भाजपा 30 लाख मोबाइल उपभोक्ताओं से व्हाट्सएप के जरिए सीधे संपर्क में है। इन मतदाताओं से सीधे संपर्क बनाने को लेकर पार्टी का मानना है कि व्हाट्सएप का यह नेटवर्क मतदान होने तक पार्टी के रूख में हवा बनाने में मदद करेगा। इस सूची में नामों के दोहरीकरण का आंकड़ा 20 फीसदी से भी कम है। मतदान के दिन मतदाताओं को तड़के सुबह मतदान कराने में मदद मिलेगी। इस नेटवर्क को पार्टी एक बड़ी बढ़त के रूप में देख रही है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इन साइबर योद्धाओं की भूमिका के बारे में बता चुके हैं। उन्होंने बताया था कि पार्टी के सोशल मीडिया वॉलंटियर्स (साइबर योद्धाओं) ने यूपी चुनाव से पहले 15 लाख व्हाट्सएप ग्रुप बनाए थे। जिसने पार्टी की नीतियों को लोगों तक पहुंचाने और विपक्ष के दावों को खारिज करने में अहम रोल निभाया था। भाजपा के एक नेता ने बताया कि हमारी सोशल मीडिया रणनीति किसी भी दूसरे राजनीतिक दल से बढ़कर है, इसकी नकल संभव नहीं है। दूसरे दलों की सोशल मीडिया संभालने वाली कंपनियों तक भी हमारी पहुंच है।