जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी सरकार पर पिछले साल आये संकट को लेकर मंगलवार को एक बार फिर अमित शाह पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह मंत्री ने राजस्थान की कांग्रेस सरकार को गिराने की कोशिश की थी। गहलोत ने कहा, ”राजस्थान के लोगों ने उनका घमंड चकनाचूर कर दिया।”
गहलोत ने शाह का नाम लिए बिना यहां कहा, ”गृहमंत्री कुछ नहीं कर पाये, उन्हें बहुत घमंड था, उनको मध्य प्रदेश का घमंड था लेकिन राजस्थान के प्रदेशवासियों ने उनके घमंड को चकनाचूर कर दिया। यह कोई तरीका है? लोकतंत्र में सरकारें गिराओ, देश किस दिशा में जा रहा है किसी को नहीं मालूम आज संविधान और लोकतंत्र खतरे में हैं।” गहलोत ने 2020 में अपनी सरकार की स्थिरता पर आये संकट की ओर इशारा करते हुए यह आरोप लगाया और कहा कि ”प्रदेशवासियों के आशीर्वाद से यह सरकार कायम है।”
वे यहां बिड़ला सभागार में राज्य स्तरीय शिक्षक पुरस्कार समारोह को संबोधित कर रहे थे। गहलोत ने कटाक्ष करते हुए कहा, ”उन्होंने (केंद्रीय गृह मंत्री ने) कोई कमी नहीं रखी.. यह तो आप प्रदेशवासियों का आर्शीवाद है इसलिये सरकार आज सरकार कायम रह गई। कई दिनों तक विधायक हमारे साथ होटल में रहे।” मुख्यमंत्री ने कहा, ”हालात बड़े गंभीर है। हर व्यक्ति को, देशवासियों को सोचना पडेगा।” मुख्यमंत्री ने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर भी केंद्र पर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि जब केंद्र में मनमोहन सिंह की अगुवाई वाली संप्रग सरकार थी तो उसने अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें ज्यादा होने के बावजूद कीमतें नहीं बढ़ने दी थी और कीमतों पर नियंत्रण रखा। उन्होंने कहा कि वहीं मौजूदा राजग सरकार के शासन में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 40 डालर प्रति बैरल तक टूट गई तब भी पेट्रोल-डीजल कीमतें तेजी से बढ़ी हैं।
उन्होंने कहा, ”अभी केंद्र सरकार ने पेट्रोल डीजल में 5 रुपये और 10 रुपये घटाये तो राज्य सरकार का राजस्व अपने आप ही उसी अनुपात में 1800 करोड़ रुपये कम हो गया। अब हमने केन्द्र सरकार से मांग की है कि अगर महंगाई कम करनी है तो आप 10 रुपये 15 रुपये की कटौती करो।” उन्होंने कहा, ”राजस्थान में अब तक करीब एक लाख सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं और आगे करीब 80 हजार नौकरियां देने की प्रक्रिया चल रही है पूरी तरह सरकार आपके (जनता के) साथ खड़ी है।”