अशाेक यादव, लखनऊ। प्रदेश के सभी राज्य मार्गों पर वाहन चालकों को राष्ट्रीय राजमार्ग की तरह ही फास्टैग की सुविधा मिलने लगेगी। प्रदेश सरकार ने इसके लिए काम शुरू कर दिया है। इस सुविधा के बाद टोल प्लाजा पर लाइन में लगकर भुगतान करने का झंझट खत्म हो जाएगा। उत्तर प्रदेश के 16 राज्यमार्ग भी दो साल में डबल लेन हो जाएंगे।
प्रदेश में 250 की आबादी वाले गांवों को भी संपर्क मांर्ग से जोड़ा जाएगा। गड्ढों में तब्दील सड़क और नई सड़क निर्माण में तारकोल बिछाने का काम बरसात के बाद हो सकेगा। बरसात से पहले सड़क निर्माण की प्रवृत्ति और मानसून सीजन में इसके टूटने के चलते सरकार व्यवस्था बदलने जा रही है।
सरकार बनने के बाद जनता के प्रति जिम्मेदारों की जवाबदेही के लिए ‘हिन्दुस्तान’ के नए अभियान ‘राजनीति खत्म काम शुरू’ के तहत गुरुवार को मेरठ में यह घोषणाएं लोक निर्माण राज्य मंत्री कुंवर बृजेश सिंह ने की। राज्य मंत्री ने कहा कि फास्टैग के लिए एंजेंसी से बात हो गई है। हमारे संज्ञान में है कि फास्टैग के बिना लोगों को दिक्कत हो रही है। विभाग रियल टाइम मैनेजमेंट सिस्टम पर काम कर रही है। तीन-चार महीनों में फास्टैग की सुविधा शुरू हो जाएगी।
राज्य मंत्री ने कहा कि सरकार सड़क निर्माण के साथ ही सड़क सुरक्षा के लिए भी गंभीर है। मेरठ, बुलंदशहर एवं आगरा शहरों में इनर रिंग रोड की जरुरत और मांग पर राज्य मंत्री ने कहा कि इसके लिए दो बैठक हो चुकी हैं, लेकिन अभी कोई निष्कर्ष नहीं निकला है। राज्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के सात शहरों में रिंग रोड का प्रस्ताव है। उम्मीद है, हम जल्द ही किसी न किसी निष्कर्ष पर पहुंच जाएंगे। सरकार के एजेंडे में यह प्राथमिकता में है और वह सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ रही है।
राज्य मंत्री कुंवर ब्रजेश सिंह ने देवबंद में बन रहे एटीएस सेंटर पर कहा कि यह जल्द बनकर तैयार हो जाएगा। मंत्री के अनुसार देवबंद में कई बार संदिग्ध गतिविधियां पकड़ी गई हैं। ऐसे में देवबंद में इस सेंटर की महत्ता को समझा जा सकता है। यह सेंटर देश विरोधी गतिविधियों पर रोक लगाने का काम करेगा।