अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी में कोरोना का संकट कम होते ही डेंगू का कहर बढ़ने लगा है। यहीं वजह है कि डेंगू के मामलों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इस बार शहर के पॉश इलाके को अपना निशाना बनाया है।
तुरियागंज, अलीगंज, इंदिरा नगर, आलमबाग, सरोजनी नगर और कैसरबाग में डेंगू के एक दिन में 22 और नए मामले सामने आए हैं। जिसमें 6 की हालत गम्भीर बताई जा रही है। वहीं, दिन का इलाज सिविल बलरामपुर और लोक बंधु अस्पतालों में चल रहा है, जबकि अन्य की हालत स्थिर है और वे घर पर ही स्वस्थ हैं।
बलरामपुर अस्पताल के इमरजेंसी मेडिकल अफसर सौरभ सिंह ने बताया कि हमारे यहां सबसे ज्यादा बुखार से ग्रसित मरीज ज्यादा आ रहे हैं। टाइफाइड, मलेरिया और डेंगू के मरीज भी सामने आ रहे हैं लेकिन डेंगू के मरीज सबसे ज्यादा आ रहे हैं। अगर ट्रीटमेंट सही समय से मिल जाए तो इसमें मरने के चान्सेस एक परसेंट से भी कम होते हैं।
अगर शरीर मे खुजली हो रही है, दाने निकल रहे हो, मसूड़ों से ब्लड आ रहा हो या फिर काले रंग का दस्त हो रहा हो तो तत्काल जांच कराएं। प्लेटलेट कम होने पर खुद से कोई भी दवाई नहीं लेनी है, डेंगू का मच्छर हमेशा दिन में काटता है।