अशाेक यादव, लखनऊ। राजधानी में डेंगू के डी-2 स्ट्रेन अब बच्चों पर भी असर दिखा रहा है। हर दिन सरकारी अस्पताल से लेकर निजी अस्पतालों में डेंगू और बुखार से मरीजों की संख्या बढ़ रही है। भले ही सरकारी आंकड़ों में डेंगू से होने वाली मौतों के आकंड़ों की बाजीगरी में स्वास्थ्य विभाग का कोई जोड़ नहीं है।
बता दें कि लखनऊ के सिविल अस्पताल और बलरामपुर अस्पताल के मेडिसिन विभाग और बाल रोग विभाग में बुखार से पीड़ित मरीज बढ़ने लगे हैं। बीते 24 घंटे में डेंगू के 18 नए मरीज मिले हैं। बलरामपुर अस्पताल के बालरोग विशेषज्ञ डॉ हिमांशु का कहना है कि डेंगू के नए स्ट्रेन का असर बच्चों के लिवर, तंत्रिका तंत्र को डैमेज कर रहा है।
किंग जार्ज मेडिकल कालेज के माइक्रो बायोलॉजी की डॉ अमिता जैन ने बताया कि आगरा, फिरोजाबाद में डेंगू का D-2 स्ट्रेन का खतरा ज्यादा है। जबकि राजधानी में अभी इसका असर कम है। डेंगू के D-2 स्ट्रेन की वजह से मरीज के लिवर में सूजन, पेट में अल्सर और ब्लीडिंग हो रही है, तो बीमारी को हल्के में न लें। यह बच्चे के लिए खतरे की घंटी है। डेंगू के इस स्ट्रेन से शरीर के हर अंग पर प्रभाव हो रहा है। हाई फीवर होने से कुछ मरीजों के ब्रेन पर असर पड़ रहा है। क्योंकि, हाई फीवर से ब्रेन हेमरेज भी हो रहा है।
साथ ही कुछ बच्चों को इंसेफेलाइटिस हो जाता है और दौरे आने लगते हैं। ऐसे में बच्चों के मौत का खतरा बढ़ जाता है। कुछ बच्चों में डेंगू के चलते हेपेटाइटिस हो रही है। बच्चों में नाक, कान और मुंह से ब्लीडिंग होने लगती है। लिवर के साथ ही डेंगू के डी-टू स्ट्रेन का असर तंत्रिका तंत्र पर भी पड़ रहा है। इससे बच्चों में घबराहट, उल्टियां, पेट में दर्द समेत अन्य परेशानियां होने लगती हैं।
क्या है इसके लक्षण
- डेंगू के स्ट्रेन डी-1 तेज बुखार और प्लेटलेट काउंट कम होना
- डी-2 और डी थ्री डेंगू हैमरेजिक फीवर में रक्तस्राव
- डी-4 में तेज बुखार आना
जानें क्यों खतरनाक है D-2 स्ट्रेन
कोरोना महामारी का प्रकोप अभी कम हुआ भी नहीं था कि प्रदेश में डेंगू महामारी ने पैर पसारना शुरू कर दिया। फिरोजाबाद, आगरा के बाद लखनऊ में भी डेंगू के लगातार मामले सामने आ रहे हैं। यहां डेंगू का डी-टू स्ट्रेन जांच में पाया गया है। हर दिन सरकारी अस्पताल से लेकर निजी अस्पतालों में डेंगू और बुखार से मरीजों की संख्या बढ़ रही है। 24 घंटे में डेंगू के 18 मामले सामने आएहैं।
बरतें यह सावधानी
बुखार आने पर डॉक्टर से परामर्श व दवा लें बुखार उतरने पर दवाएं लेना बंद न करें। उबालने के बाद सामान्य होने पर पानी पिएं। दाल, सलाद, हरी सब्जी और फल खूब खाएं। नारियल पानी पिएं और फलों का जूस भी पिएं।