मुस्लिम समुदाय का पवित्र महीना रमजान चल रहा है. इस दौरान इस्लाम को मानने वाले लोग पूरे महीने रोजे रखते हैं और पांच वक्त की नमाज अदा करते हैं. लोग कई-कोई घंटे भूखे-प्यासे रहकर पूरी शिद्दत से अल्लाह की इबादत करते हैं. हालांकि, पूरी दुनिया में रोजा कहीं छोटा रखा जाता है, तो कहीं इसका वक्त बहुत ज्यादा लंबा हो जाता है. रूस के मरमांस्क में रहने वाले मुसलमान 20 घंटे से भी ज्यादा लंबा रोजा रख रहे हैं. इस मामले स्वीडन के लुलिया का भी लगभग ऐसा ही हाल है. यहां लोग करीब 20 घंटे का रोजा रख रहे हैं. जबकि एडिनबर्ग (स्कॉटलैंड) में रहने वाले मुस्लिम 18 घंटे से भी ज्यादा लंबा रोजा कर रहे हैं.
इसके अलावा लंदन (इंग्लैंड), बर्लिन (जर्मनी) और पेरिस (फ्रांस) में रहने वालो लोगों को 17 घंटे से ज्यादा का रोजा करना पड़ रहा है. बाकी टोरंटो (कनाडा) तेहरान (इरान), इस्लामाबाद (पाकिस्तान) न्यूयॉर्क (अमेरिका) में भी लोग 15 घंटे से ज्यादा रोजे रख रहे हैं. भारत की राजधानी दिल्ली में रहने वालो लोगों को 14 घंटे से ज्यादा का रोजा रखना पड़ रहा है. वहीं केपटाउन (दक्षिण अफ्रीका) और उशुआला (अर्जेंटीना) जैसी जगहों पर सबसे कम 11 से 12 घंटों के लिए रोजा रखना पड़ रहा है. लोग कई-कोई घंटे भूखे-प्यासे रहकर पूरी शिद्दत से अल्लाह की इबादत करते हैं. हालांकि, पूरी दुनिया में रोजा कहीं छोटा रखा जाता है, तो कहीं इसका वक्त बहुत ज्यादा लंबा हो जाता है. रूस के मरमांस्क में रहने वाले मुसलमान 20 घंटे से भी ज्यादा लंबा रोजा रख रहे हैं.