दुबई: रमजान खत्म होते ही सऊदी अरब के तीन प्रमुख स्कॉलर को मौत की सजा दे दी जाएगी। ये दावा किया गया एक मीडिया रिपोर्ट में। जानकारी के अनुसार मौत की सजा पाने वालों में अल अवदाह अंतरराष्ट्रीय प्रसिद्धि पाने वाले सुधारवादी हैं, अल करनी उपदेशक, अकेडमिक और लेखक हैं, जबकि अल ओमारी जाने माने ब्रॉडकास्टर शामिल हैं। इन पर कथित तौर से आतंकवाद के आरोप हैं। मिड्ल ईस्ट आई रिपोर्ट में सरकारी सूत्रों और एक आरोपी के रिश्तेदार के हवाले से कहा गया है कि रमजान का महीना खत्म होते ही इन्हें दोषी करार दिया जाएगा और मौत की सजा सुना दी जाएगी। आधिकारिक रूप से इस मामले पर अभी सरकार की प्रतिक्रिया नहीं आई है।
मीडिया रिपोर्ट में एक सरकारी सूत्र के हवाले से कहा गया है कि बीते महीने सऊदी में 37 लोगों को मौत की सजा देना एक ट्रायल बैलून था। इससे ये अनुमान लगाया गया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाला विरोध कितना असरकारी है। सऊदी के लंबे वक्त तक विपक्षी चेहरे रहे और इंस्टीट्यूट फॉर गल्फ अफेयर्स के प्रमुख अली अल अहमद का कहना है कि तीन प्रमुख लोगों की जान लेना ऐसा अपराध है जिससे सऊदी नागरिकों को आत्मसमर्पण के लिए डराया जा रहा है। हालांकि, एक सऊदी मानवाधिकार संगठन के फाउंडर याहया असिरी ने रिपोर्ट को गलत बताते कहा है कि अधिकारियों की क्षमता के बाहर कुछ भी नहीं है। तीनों व्यक्ति फिलहाल क्रिमिनल स्पेशल कोर्ट रियाध में ट्रायल का इंतजार कर रहे हैं। इन्हें सितंबर 2017 में क्राउन प्रिंस सलमान के कथित भ्रष्टाचार विरोधी अभियान में अरेस्ट किया गया था।