कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भाजपा समर्थकों ने एक बार फिर ‘जय श्री राम’ नारों से स्वागत किया. बनर्जी गुरुवार को 623 साल पुराने रथ यात्रा उत्सव के उद्घाटन के लिए हुगली जिले के महेश इलाके में गई थीं जब ये नारे लगाए गए. बनर्जी ‘जय जगन्नाथ’ के नारों के बीच जब मंच से उतर रही थी, तब एक वर्ग से नारों की आवाज सुनाई दी. कोलकाता से करीब 24 किलोमीटर दूर महेश सेराम्पोर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है जहां तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी ने जीत दर्ज की थी. कार्यक्रम शुरू होने से पहले पुलिस ने भाजपा समर्थकों को घेर लिया था. पुलिस जैसे ही बनर्जी को उनके लिए इंतजार कर रहे वाहन में ले जा रही थी तभी भाजपा समर्थकों ने ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए.
मई में उत्तर 24 परगना जिले के भाटपाड़ा में ‘जय श्री राम’ के नारों पर तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो की गुस्साई प्रतिक्रिया को लेकर भाजपा ने उनकी काफी खिंचाई की थी. इस कार्यक्रम में बनर्जी ने महेश रथ यात्रा को लोकप्रिय बनाने और शहर में एक इको पर्यटन पार्क के निर्माण के लिए 15 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की थी. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार राज्य भर में तीर्थयात्रा केंद्रों के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है. बता दें, ममता बनर्जी गुरुवार को पार्टी की महिला सांसद नुसरत जहां के साथ इस्कॉन रथ यात्रा उत्सव में शामिल हुई और उन्होंने ‘सभी धर्मों के लिए एकजुटता और सहिष्णुता’ का आह्वान किया.
‘मुस्लिम तुष्टीकरण’ को लेकर भाजपा की आलोचनाओं का सामना करने वाली बनर्जी ने बशीरहाट से तृणमूल कांग्रेस की सांसद जहां के साथ रथ यात्रा उत्सव में भाग लिया. नुसरत ने भगवान जगन्नाथ के रथ को खींचने समेत हिंदू रस्मों को निभाया. नवनिर्वाचित सांसद नुसरत जहां अपने पति निखिल जैन के साथ इस समारोह में शामिल हुई. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘सभी धर्मों के प्रति सहिष्णुता और एकजुटता ही वास्तविक धर्म है.’ लोगों से शांति और एकता के मार्ग पर चलने का आग्रह करते हुए इस मौके पर बनर्जी ने सभी की कुशलता की कामना की. उन्होंने इस्कॉन के अल्बर्ट रोड सेंटर से रथ यात्रा उत्सव की शुरुआत से पहले ‘जय जगन्नाथ’, ‘जय हिंद’ और ‘जय बांग्ला’ के नारे लगाये.
साड़ी, लाल रंग की चूड़ियाँ, और ‘‘मंगलसूत्र” पहने और सिंदूर लगाये नुसरत जहां ने रथयात्रा की रस्मों में हिस्सा लिया. नुसरत जहां के पति उनके साथ थे जो सफेद कुर्ता पायजामा पहने हुए थे. बशीरहाट की सांसद ने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल में हम जाति, पंथ या धर्म से ऊपर उठकर त्योहारों में भाग लेते हैं. बंगाल एकता का प्रतीक है.’ नुसरत जहां ने कहा, ‘‘मैं इस्लाम की अनुयायी हूं और सभी धर्मों का सम्मान करती हूं. मैं कट्टरपंथियों पर ध्यान नहीं देती हूं. मैं अपने धर्म को जानती हूं. मैं उन बातों पर ध्यान नहीं देती हूं जो आधारहीन है. मैं अपने धर्म को जानती हूं. मैं जन्म से मुस्लिम हूं और मैं अभी भी मुस्लिम हूं. यह विश्वास की बात है. आपको इसे अपने दिल के अंदर महसूस करना होगा और न कि अपने दिमाग में.’