अशाेक यादव, लखनऊ। प्रदेश में योगी कैबिनेट को जल्द ही फेरबदल और विस्तार की संभावना जताई जा रही है। दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैबिनेट में बड़े बदलाव के बाद अब प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें जोरों पर हैं। सूत्रों की मानें तो पांच से सात दिन के अंदर योगी कैबिनेट का विस्तार हो सकता है। इसे विधानसभा चुनाव की तैयारियों से जोड़कर देखा जा रहा है। साथ ही मोदी मॉडल पर योगी मंत्रिमंडल विस्तार की कयास जताई जा रही है।
कैबिनेट विस्तार की चर्चा ने प्रदेश के नेताओं में हलचल पैदा कर दी है। केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद प्रदेश में आगामी दिनों में योगी मंत्रिमंडल के विस्तार की अटकलें लगाई जा रही है। सूत्रों के अनुसार, पांच-छह नए चेहरे शामिल किए जा सकते हैं। हालांकि भाजपा कार्यसमिति की बैठक है, जिसमें 2022 के चुनाव जीतने की रणनीति के साथ मंत्रिमंडल विस्तार पर भी चर्चा हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक 17 से 25 जुलाई के बीच राज्य में मंत्रिमंडल का विस्तार किया जा सकता है।
उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इस विस्तार में विधानसभा चुनाव को देखते हुए सहयोगी दलों का भी समायोजन किया जा सकता है। अनुप्रिया पटेल को केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में जगह दी गई है। हालांकि, उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा नहीं मिला है। ऐसे में संभावना है कि उनकी पार्टी के कोटे से एक मंत्री बनाया जाए। निषाद पार्टी के संजय निषाद ने खुलकर असंतोष जाहिर किया था। आगामी विस्तार में उन्हें भागीदारी देकर उनकी नाराजगी दूर की जा सकती है। इसके अलावा, पश्चिमी और पूर्वी यूपी से भी कुछ नए चेहरे को जगह दिए जाने की संभावनाएं जताई जा रही है।
सूत्रों के अनुसार, योगी मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर पिछले एक महीने से कवायद जारी है। हालांकि सहमति नहीं बन पा रही थी। पंचायत चुनाव का भी इंतजार था। अब क्योंकि पंचायत चुनाव संपन्न हो गए हैं, ऐसे में एक बार फिर से मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें तेज हो गई हैं। सूबे में अगले साल चुनाव हैं इसलिए भाजपा ने मिशन 2022 को पूरा करने के लिए रोडमैप तैयार कर लिया है। सभी समीकरणों को साधने की तैयारी है।