लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के हालातों को जानने के लिए गुरुवार से अपना तूफानी दौरा शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में योगी ने आज पूर्वांचल दौरे में महराजगंज जिले में समीक्षा बैठक की। इस मौके पर योगी ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर पलटवार करते हुए कहा कि जो आदमी अपनी पार्टी को नहीं सम्हाल सकता है उसे भाजपा और सरकार पर कमेंट नहीं करना चाहिए। अखिलेश कमेंट करने लायक नहीं बचे हैं।
दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस कर योगी सरकार पर कानून व्यवस्था के मामले में जमकर हमला किया था. इससे पहले सीएम योगी ने महराजगंज जिले की समीक्षा बैठक में सख्त तेवर दिखाए.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महराजगंज के दौरे के दौरान कठोर कार्यवाही करते हुए 11 अधिकारियो और कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। दण्डित हुए लोगों में थानेदार और डॉक्टर शामिल हैं. इसके अलावा 7 लोगों को अन्यत्र स्थान्तरित करने के आदेश दिए हैं।
मुख्यमंत्री के गुस्से के शिकार हुए लोगों में पुरन्दरपुर के थाना प्रभारी विनोद कुमार राव, फरेंदा के थाना प्रभारी चंद्रेश यादव, एसडीएम गिरीश चंद्र श्रीवास्तव, एसडीएम नौतनवा, आकस्मिक चिकित्सा अधिकारी डॉ ठाकुर शैलेश कुमार सिंह, खंड विकास अधिकारी संजय श्रीवास्तव, बेसिक शिक्षा विभाग के सहायक लेखाधिकारी रवि सिंह, जिला कृषि अधिकारी मोहम्मद मुज्जम्मिल, डॉ अरशद कमाल और डॉ बाजपेयी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने एनआरएलएम के उपायुक्त अशोक कुमार मौर्य, प्रभारी कार्यक्रम अधिकारी गायत्री देवी, अपर मुख्याधिकारी ज्ञानेन्द्र कुमार सिंह,जिला पूर्तिअधिकारी अतिमत तिवारी, थाना पनियरा के प्रभारी सुधीर कुमार सिंह,थाना श्यामदेरवा के प्रभारी श्रीकांत राय और थाना कोथीमार के प्रभारी रमाकर यादव को जिले से बाहर स्थानांतरित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने लापरवाही पर नौतनवां एसडीएम को मुख्यालय से अटैच करने कर दिया. इसके अलावा दो थानेदारों को निलंबित करने का फरमान सुनाया. सीएम ने एसओ पुरंदरपुर और फरेंदा के सस्पेंशन के आदेश दिए.
यही नहीं जिले में 4 माह से गायब चल रहे सभी डॉक्टरों के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए. साथ ही सीएम ने निजी प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों से जांच के बाद रिकवरी के आदेश दिए. सीएम ने कहा कि जांच के बाद लापरवाही मिलने पर सैलरी रिकवरी भी हो.सीएम योगी ने कहा कि कार्यों में लापरवाही बरतने वालों पर होगी कार्रवाई. चार महीने बाद भी ये अधिकारी सुधर नहीं रहे थे. अपने दौरे में सीएम योगी ने 90 दलितों के साथ दोपहर का भोजन भी किया.