लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ए0ई0एस0, जे0ई0 सहित अन्य वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम और नियंत्रण के लिए पूरी तैयारी समयबद्ध ढंग से किए जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि अप्रैल माह में इन रोगों के विरुद्ध जागरूकता और प्रचार-प्रसार का विशेष अभियान चलाया जाए। उन्होंने गोरखपुर, बस्ती और आजमगढ़ मण्डलों की पी0एच0सी0, सी0एच0सी0 तथा जिला चिकित्सालयों में पीड्रियाट्रिशियन, नर्सेज तथा पैरामेडिकल स्टाफ की समुचित व्यवस्था किए जाने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जल जनित रोगों के नियंत्रण में शिथिलता व लापरवाही बरते जाने पर सम्बन्धित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाही की जाएगी।
मुख्यमंत्री शास्त्री भवन में ए0ई0एस0 एवं जे0ई0 सहित अन्य वेक्टर जनित रोगों के नियंत्रण व रोकथाम के सम्बन्ध में प्रस्तुतिकरण के दौरान अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बी0आर0डी0 मेडिकल काॅलेज में वेंटीलेटर्स तथा वाॅर्मर्स की सुविधा बढ़ाई जाए। साथ ही, जल जनित रोगों के उपचार और नियंत्रण के सम्बन्ध में टेªनिंग का विशेष प्रोग्राम चलाया जाए। उन्हांेंने स्वास्थ्य विभाग को इस सम्बन्ध में नोडल विभाग बनाए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय बनाकर नगर विकास, पंचायती राज, महिला एवं बाल विकास, ग्राम्य विकास, चिकित्सा शिक्षा, बेसिक व माध्यमिक शिक्षा, कृषि, सिंचाई, पशुधन विभाग रोकथाम व नियंत्रण की कार्य योजना समयबद्ध ढंग से लागू करें।
योगी ने कहा कि इंसेफ्लाइटिस से प्रभावित जनपदों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। फाॅगिंग की व्यवस्था समय रहते सुनिश्चित हो। स्वच्छ पेयजल की सुविधा मुहैया कराई जाए। समस्त उपचार केन्द्रों पर औषधियों एवं अन्य आवश्यक सामग्रियों की व्यवस्था हो। रैपिड रेस्पाॅन्स टीम का गठन किया जाए। त्वरित व प्रभावी उपचार के लिए दक्ष कर्मियों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। साथ ही, ‘108’ व ‘102’ एम्बुलेन्सेज के माध्यम से रोगियों को तुरन्त अस्पतालों तक पहंचाया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ए0ई0एस0, जे0ई0 का केन्द्र मात्र बी0आर0डी0 मेडिकल काॅलेज न हो, बल्कि इनके उपचार की व्यवस्था सी0एच0सी0, पी0एच0सी0 और जिला चिकित्सालयों पर भी सुनिश्चित हो। उन्होंने बी0आर0डी0 मेडिकल काॅलेज में रैन बसेरों, सड़कों के निर्माण, शौचालयों में साफ-सफाई की व्यवस्था भी सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मातृ एवं नवजात शिशु की देखभाल और पोषण के साथ-साथ टीकाकरण की भी व्यवस्थाएं समयबद्ध ढंग से की जाएं।
योगी ने कहा कि जे0ई0 और ए0ई0एस0 वेक्टर जनित रोग हैं, इसलिए इनकी रोकथाम के लिए प्रभावित जनपदों में टीकाकरण के साथ-साथ गांव-गांव में विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाए। मास एवं प्रिण्ट मीडिया, मोबाइल वैन्स के माध्यम से विशेष जागरूकता अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि टीकाकरण का कार्य शीघ्र से शीघ्र प्रारम्भ हो। डेªनेज की व्यवस्था और शुद्ध पेयजल की भी उपलब्धता सुनिश्चित हो। प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा जिला चिकित्सालयों का सुदृढ़ीकरण किया जाए, जिससे जे0ई0 एवं ए0ई0एस0 के अलावा, अन्य वेक्टर जनित रोगों से प्रभावित लोगों को तत्काल राहत दी जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर स्थित वायरल रिसर्च सेण्टर को और अधिक प्रभावी व मजबूत बनाया जाए। इसके अलावा, प्रयोगशाला का सुदृढ़ीकरण किया जाए। हाई रिस्क वाले गांवों का चिन्हीकरण कर बचाव के पर्याप्त इंतजाम किए जाएं। साथ ही, रीजनल वायरोलाॅजी सेण्टर की स्थापना के सम्बन्ध में केन्द्र सरकार से समन्वय बनाते हुए प्रस्ताव भेजने की कार्यवाही की जाए।
योगी ने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से बच्चों एवं महिलाओं को इन रोगों के सम्बन्ध में जागरूक किया जाए तथा उनके पोषण की भी व्यवस्था की जाए। स्कूली बच्चों को रोग से बचाव व नियंत्रण के विषय में बताया जाए। कूड़े व नाले-नालियों की सफाई का कार्य भी समय रहते सुनिश्चित कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि नेपाल व बिहार से भी समन्वय स्थापित कर वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम व नियंत्रण के सम्बन्ध में कार्यवाही की जाए।
कृषि उत्पादन आयुक्त आर0पी0 सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सहित नगर विकास, पंचायती राज, महिला एवं बाल विकास, ग्राम्य विकास, चिकित्सा शिक्षा, बेसिक व माध्यमिक शिक्षा, कृषि, सिंचाई व पशुधन विभागों के प्रमुख सचिव/सचिव उपस्थित थे।
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