अशाेक यादव, लखनऊ। दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी ने उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में सरकार बनने पर सभी घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट बिजली मुफ्त देने और 38 लाख परिवारों पर बकाया बिजली का बिल माफ करने का ऐलान किया है।
दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बृहस्पतिवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उत्तर प्रदेश में सत्ता में आने पर आम आदमी पार्टी की सरकार राज्य के सभी घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली देगी। इसके अलावा सरकार छोटी-बड़ी सभी तरह की जोत वाले किसानों को मुफ्त बिजली उपलब्ध कराएगी।
उन्होंने यह भी ऐलान किया कि आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर बिजली के मनमाने बिल से परेशान प्रदेश के 38 लाख परिवारों के बिल माफ कर दिए जाएंगे और राज्य में 24 घंटे बिजली की आपूर्ति की जाएगी। सिसोदिया ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में सरकार ने बिजली इतनी महंगी कर दी है कि बिजली का बिल भरना बहुत मुश्किल हो रहा है। सरकार कहती है कि या तो बिजली का बिल भरो नहीं तो उन्हें अपराधी माना जाएगा।
उन्होंने दावा किया उत्तर प्रदेश में सैकड़ों ऐसे मामले हैं जहां आम आदमी ने बिजली के महंगे बिल देखकर आत्महत्या कर ली है। अलीगढ़ में रामजी लाल नामक किसान ने बिजली का बिल नहीं भर पाने की वजह से आत्महत्या कर ली। एटा में 17 साल की लडक़ी ने सिर्फ इसलिए आत्महत्या कर ली कि बिजली विभाग ने उसके पिता के नाम गलत बिल भेज दिया था जिसे न चुका पाने के कारण उसे अपराधी करार दे दिया गया था।
सिसोदिया ने कहा, पूरे उत्तर प्रदेश में 38 लाख परिवार ऐसे हैं जिनके घरों में सरकार ने महंगे बिजली के बिल भेज रखे हैं और सरकार उन्हें अपराधी मान रही है। मैं उन लोगों को कहना चाहता हूं कि आप आम आदमी पार्टी का समर्थन करिए और विधानसभा चुनाव में हमारी सरकार बनवाइये। सरकार बनते ही उन बिलों को फाड़ कर फेंक दीजिएगा। सब के बकाया बिल माफ कर दिया जाएंगे। यह अरविंद केजरीवाल की गारंटी है।
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य और उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने इस मौके पर कहा कि केजरीवाल जो कहते हैं वह कर के दिखाते हैं। ‘‘300 यूनिट मुफ्त बिजली देने समेत जो भी घोषणाएं की गई हैं वे ऐतिहासिक हैं। आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में पूछे जाने पर सिसोदिया ने कहा कि जब समय आएगा, तब पार्टी इस बारे में निर्णय लेकर बताएगी। उन्होंने कहा कि पार्टी अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ रही है।