अशाेक यादव, लखनऊ। यूपी के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने विधानसभा चुनाव में 2017 की तरह भाजपा के पक्ष में चुनाव परिणाम आने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव में 2024 के लोकसभा चुनाव की लड़ाई होने वाली है, क्योंकि दिल्ली का रास्ता यूपी से होकर जाता है। उत्तर प्रदेश का चुनाव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ही लड़े जाने की बात कहते हुए उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि चुनाव बाद मुख्यमंत्री का फैसला केंद्रीय नेतृत्व और निर्वाचित विधायक करेंगे।
उप-मुख्यमंत्री ने बृहस्पतिवार को 2022 के विधानसबा चुनाव में उनकी भूमिका को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में कहा कि वह अध्यक्ष नहीं हैं, लेकिन 2022 में उनका दायित्व अध्यक्ष से कम नहीं रहेगा। उन्होंने कहा, ‘हम उप-मुख्यमंत्री हैं, योगी जी मुख्यमंत्री, स्वतंत्रदेव सिंह प्रदेश अध्यक्ष और डॉक्टर दिनेश शर्मा उप-मुख्यमंत्री के रूप में हैं। इस लिहाज से भाजपा की टीम 2017 की तुलना में ज्यादा समर्थ है।
मौर्य ने दावा किया है कि भाजपा 2022 में 300 का आंकड़ा पार करेगी। उन्होंने कहा कि इस आंकड़े को पार करने में मुझे कोई संशय दिखाई नहीं देता है। हम यह मानते हैं कि 2022 के चुनाव और 2024 के चुनाव एक दूसरे के सहायक सिद्ध होंगे। इसलिए 2022 के चुनाव में भाजपा का कार्यकर्ता जी जान लगाकर लड़ेगा और भाजपा को जिताएगा।
उन्होंने कहा, जैसे जनता ने हमें 2014, 2017 और 2019 में आशीर्वाद दिया उसी तरह 2022 में भी किसी विरोधी दल के बहकावे में आए बगैर फैसला करेगी। जब चुनावी मौसम आता है तो विपक्षी दल सक्रिय हो जाते हैं। किसी की परिवार की सीमा है, किसी की जाति की सीमा है, किसी की तुष्टीकरण की सीमा है और किसी की अपराधियों और गुंडे को साथ लेकर चलने की सीमा है, लेकिन सबके विकास का जो लक्ष्य है वह भारतीय जनता पार्टी का है।
विधानसभा चुनाव में नेतृत्व के सवाल पर मौर्य ने कहा कि जब सरकार नहीं होती तो स्वाभाविक रूप से लोग मानने लगते हैं कि जो अध्यक्ष होगा। वहीं सरकार बनने पर मुख्यमंत्री बनेगा, लेकिन वर्तमान में योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री हैं। अभी तो हम भी मान रहे हैं और बाकी भी सभी मान रहे हैं कि 2022 के जब परिणाम आएंगे तो योगी जी ही मुख्यमंत्री होंगे। लेकिन, यह मेरे द्वारा नहीं कहा जा सकता है।
मौर्य ने कहा, मेरा व्यक्तिगत तौर पर एक कार्यकर्ता के नाते पार्टी की सफलता के लिए जी जान लगाने का संकल्प है और मैंने जो मेहनत 2017 के विधानसभा चुनाव में की है, उससे ज्यादा मेहनत 2022 के चुनाव में करूंगा।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में 2017 में विधानसभा चुनाव के समय केशव प्रसाद मौर्य भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष थे और तब उनकी अगुवाई में उत्तर प्रदेश में भाजपा को 403 सीटों में से 312 और सहयोगी दलों को 13 सीटें मिली थीं। बहुमत के बाद केशव प्रसाद मौर्य को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनाए जाने की अटकलें लगी थीं ,लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री और केशव प्रसाद मौर्य को उप मुख्यमंत्री बनाया।
बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी की ओर से ब्राह्मण सम्मेलन आयोजित किए जाने के संदर्भ में उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा से कोई भी वर्ग नाराज नहीं है। उन्होंने कहा, 2017 में जिन दलों को विपक्ष में रहकर जनता की सेवा का उत्तरदायित्व मिला था वह अपना उत्तरदायित्व भूल गए थे। उन्होंने कहा, ‘चुनावी मौसम में जैसी सक्रियता कुछ दलों और नेताओं की दिखती है इसके सिवा इन सम्मेलनों का कोई निहितार्थ नहीं है। भाजपा जितनी ताकतवर 2017 में थी, उससे ज्यादा ताकतवर 2022 में होगी।