लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 में अब कुछ ही महीने और शेष रह गए हैं। ऐसे में सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी सियासी पृष्ट भूमि तैयार करने में लगा गई हैं। इस बार के चुनाव में जहां भाजपा और सपा में सीधी टक्कर होने की संभावना जताई जा रही हैं, तो वहीं सूबे के छोटे-छोटे दल भी अपनी भूमिका बनाने में लगे हुए हैं।
इसी क्रम में बिहार में भाजपा की सहयोगी और एनडीए की मुख्य घटक दल जेडीयू भी यूपी के चुनावी जंग में उतरने का ऐलान कर दिया है। इसकी घोषणा जेडीयू नेता केसी त्यागी ने की।
केसी त्यागी ने एक हिंदी चैनल से बात करते हुए यूपी की योगी सरकार को घेरते हुए कहा कि जेडीयू 200 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। यूपी में ब्राह्मणों की नाराजगी के सवाल पर केसी त्यागी ने कहा कि योगी सरकार में समाज में बेचैनी है।
सबको बराबर की हिस्सेदारी चाहिए। अब हर कोई हक चाहता है। उन्होंने कहा कि यदि यूपी चुनाव के लिए भाजपा के साथ सीटों को लेकर बात नहीं बनी तो हम छोटे दलों के साथ जाएंगे। हम यूपी में चुनाव लड़ने को तैयार हैं।
जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा, यूपी में किसानों और पिछड़े वर्ग को न्याय नहीं मिल पा रहा है। हम 200 सीट पर उम्मीदवार उतारेंगे जिसमें सबसे ज्यादा किसान और पिछड़े वर्ग के लोग होंगे। किसानों ने ही योगी और मोदी की सरकार बनाई है इसलिए इन्हें अन्य मतदाता नहीं समझना चाहिए।
एक सवाल के जवाब में केसी त्यागी ने कहा कि हम राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में हैं। पहली प्राथमिकता बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव मैदान में उतरने की रहेगी, लेकिन अगर सीटों को लेकर बात बनी तो हम किसी के भी साथ जा सकते हैं। समाजवादी पार्टी को लेकर सवाल पर त्यागी ने कहा कि नेताजी (मुलायम सिंह यादव) से हमारे अलग रिश्ते हैं लेकिन हम पार्टी के साथ नहीं जा सकते। वह विरोधी पार्टी है। जेडीयू के फ्रेमवर्क में एआईएमआईएम के लिए कोई जगह नहीं है।