लखनऊ: उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि असंवेदनशील योगी आदित्यनाथ सरकार ने ऑक्सीजन के बकाया भुगतान न करके ऋण माफी योजना के प्रचार के लिए 86 करोड रूपये खर्च कर दिये। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक अखिलेश प्रताप सिंह ने आज यहां जारी बयान में कहा कि गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज में पांच दिनों में 65 बच्चों की मृत्यु आक्सीजन की कमी के कारण हुई है। यह बेहद निराशाजनक है। उन्होने कहा कि यह सरकार की असंवेदनशीलता दर्शाता है।
गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में दो दिनों में 30 बच्चों की मौत के मामले में हालात का जायजा लेने के लिए जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा अस्पताल पहुंचे, वहीं इस पूरे मामले में आज कांग्रेस ने एक प्रेस कांफ्रेंस की. कांग्रेस ने राज्य की योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है. कांग्रेस नेता राज बब्बर ने कहा कि यूपी की योगी सरकार हत्यारी सरकार है.
गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में हुई 30 से ज़्यादा बच्चों की मौत की ख़बर पर देश भर में गुस्सा है. वहीं यूपी सरकार कह रही है कि बच्चों की मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई तो फिर सवाल उठ रहा है कि बच्चों की जान गई किस वजह से. यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि 9 जुलाई और 9 अगस्त को सीएम हॉस्पिटल आए लेकिन किसी ने ऑक्सीजन की कमी का मुद्दा नहीं उठाया.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सामने आकर अपनी सरकार की नाकामी ना बता कर मीडिया को ही नसीहत दे दी. योगी आदित्यनाथ ने कहा तथ्य को मीडिया सही तरीके से पेश करे. उन्होंने कहा है कि किसी दोषी को नहीं बख़्शा जाएगा. मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाई गई है, जिसे एक हफ़्ते में रिपोर्ट देने को कहा गया है.
आपको बता दें कि अस्पताल में ऑक्सीजन के पेमेंट को लेकर पिछले एक महीने सें वहां के अखबारों में ख़बर छप रही थी. इसके अलावा अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनी ने कई बार अस्पताल प्रशासन को बार चिट्ठी लिखकर बकाया भुगतान करने को कहा था लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया.
उन्होने कहा कि सरकार आक्सीजन के पैसे का भुगतान ही नहीं कर पायी, जिससे 33 बच्चों की मृत्यु हो गयी। वही दूसरी ओर सरकार ने ऋण माफी योजना के प्रचार के लिए 86 करोड रूपये से अधिक खर्च कर दिये। कांग्रेस नेता ने बताया कि 12अगस्त 2017 को राज्य कृषि निदेशक को जारी किए गए पत्र के माध्यम से सरकार ने पुन: विनियोजन के माध्यम से 86.23 करोड़ रुपये जारी किये है। यह धन ऋण माफी योजना के कैंप लगाने तथा इसके प्रचार प्रसार के मद में खर्च किया जायेगा।