अशाेक यादव, लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सच को छुपाने और झूठ फैलाने की चाहे जितनी कोशिशें कर ले उसमें तनिक भी सफलता मिलने वाली नहीं है। खुद उसके घर में ही अब असंतोष और विरोध के स्वर उभरने लगे हैं।
जब प्रदेश कार्य समिति के मंच से भाजपा नेता आगामी विधानसभा चुनावों में अपनी जीत के दावे कर रहे थे, तभी तमाम पदाधिकारी एवं नेता भाजपा राज में बढ़ रहे कुशासन के खिलाफ अपनी आवाज बुलन्द करने में लगे थे।
अखिलेश ने मंगलवार को जारी बयान में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी शुरू से ही कहती आई है कि भाजपा राज में अराजकता अव्यवस्था और भ्रष्टाचार का बोलबाला है।
शासन-प्रशासन का इस पर कोई नियंत्रण नहीं दिखाई देता है।
मंत्रियों की भी शिकायत है कि अफसर उनकी नहीं सुनते हैं।
खुद मुख्यमंत्री कार्यालय के फोन, तमाम निर्देशों के बावजूद, डीएम, एसएसपी, एसपी, कमिश्नर नहीं उठा रहे हैं।
खुद भाजपा नेता ही यह कहने लगे है कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल है।
मरीजों को समय से उचित इलाज नहीं मिल पा रहा है।
भाजपा के कार्यकर्ता ही अब अपनी सरकार के कामकाज से बुरी तरह असंतुष्ट हो रहे हैं।
उनका कहना है कि तहसीले और थाने भ्रष्टाचार के अड्डे बन गए हैं।
लेखपालों की मनमानी चल रही है।
पीडि़त और आरोपित दोनों से वसूली हो रही है।
आश्चर्य की बात तो यह है कि जनता के बीच पनपते असंतोष और आक्रोश के बावजूद भाजपा नेता सुधर नहीं रहे हैं।
वे अभी भी हवा महल में बैठ कर कामयाबी के दिवास्वप्न में खोये हुए हैं।
उनके मुंगेरी लाल के सपनों का टूटना निश्चित है।
सन् 2022 के चुनावों में जनता उन्हें ‘ठोक दो का जवाब ठोक करके देगी।