अशाेक यादव, लखनऊ। ठंड में इजाफा होने के साथ ही हवा में प्रदूषक तत्वों की मात्रा तेजी से बढ़ी है। हालत यह है कि मंगलवार की रात 10 बजे देश के सर्वाधिक प्रदूषित शहरों में जौनपुर पहले और बनारस दूसरे नंबर पर रहा।
मंगलवार को आईक्यू एयर की ओर से जारी देश भर की रियल टाइम रैंकिंग में जौनपुर 402 एक्यूआई और बनारस 384 एक्यूआई के साथ क्रमश: प्रथम और द्वितीय नंबर पर थे। वाराणसी में सर्वाधिक प्रदूषित इलाका लंका और नाटी इमली का रहा। लंका का एयर क्वालिटी इंडेक्स 393 और नाटी इमली रोड का एक्यूआई 375 रहा। अर्दली बाजार का एक्यूआई 254 था।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार पीएम 2.5 की अधिकतम मात्रा 412 और न्यूनतम मात्रा 302 रही। नाइट्रोजन आक्साइड की मात्रा 153 और ओजोन की अधिकतम मात्रा 196 दर्ज की गई।
वहीं पश्चिमी यूपी से सटे एनसीआर में भी वायु की गुणवत्ता बेहद खराब रही। एनसीआर में गाजियाबाद सबसे प्रदूषित शहर रहा। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) गाजियाबाद में 347, ग्रेटर नोएडा में 336 और नोएडा में 322 दर्ज किया किया गया। वहीं बागपत में 308, बुलंदशहर में 348, हापुड़ में 122, फरीदाबाद में 265, गुरुग्राम में 235, आगरा में 320, बल्लभगढ में 170, भिवानी में 96, मेरठ में 340 दर्ज किया गया।
बता दें कि 0-50 के बीच एक्यूआई को ‘बेहतर’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘सामान्य’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।