अशाेक यादव, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि एमएसएमई सेक्टर में रोजगार उपलब्ध कराने की अपार सम्भावनाएं हैं। इसके लिए प्रदेश सरकार नई एमएसएमई यूनिटों की स्थापना के लिए प्रभावी तरीके से काम कर रही है। इस सेक्टर के विकास और विस्तार के लिए प्रभावी कार्यवाही को जारी रखा जाए।
मुख्यमंत्री गुरुवार को उच्चस्तरीय बैठक में विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में मुख्यमंत्री को बताया गया कि पिछले लगभग चार वर्षों में प्रदेश की 49 लाख एमएसएमई इकाइयों को बैंकों के माध्यम से ऋण की सुविधा उपलब्ध कराई गई। इससे ढाई करोड़ से अधिक रोजगार के अवसर सृजित हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि धान खरीद का कार्य पूरी गति से संचालित किया जाए। खरीद केन्द्रों पर किसानों को धान बेचने में कोई असुविधा न हो। उन्होंने निर्देश दिए कि किसानों को उनकी उपज का भुगतान समय से किया जाए। धान क्रय केन्द्रों पर खरीद की कार्यवाही तेजी से की जाए। आवश्यकतानुसार क्रय केन्द्रों पर अतिरिक्त काटों की व्यवस्था की जाए। उन्होंने धान क्रय केन्द्रों के संचालन की नियमित समीक्षा किए जाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में उपयोगिता प्रमाण-पत्र समय से भारत सरकार के संबंधित मंत्रालय को प्रेषित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यथा समय उपयोगिता प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराने से केंद्र सरकार द्वारा संबंधित योजना की आगामी किस्त की धनराशि जारी की जाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्पूर्ण बजट धनराशि का सदुपयोग करते हुए कार्यों को सम्पन्न किया जाए। यह काम निर्धारित दिशा-निर्देशों, मानकों एवं वित्तीय नियमों के अनुरूप क्रियान्वित हों।