लखनऊ / नई दिल्ली : कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के खनन मामले से संबंधित सीबीआई के छापे को लेकर सोमवार को आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार राज्य में गठबंधन को रोकने के लिए सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है। पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि मोदी सरकार ने जो वादे किए उनको पूरा करने पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। सिर्फ इस पर पूरा ध्यान लगाया है कि सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग का कैसे अपने विरोधियों को कमजोर करने और उन पर आरोप लगाने के लिए इस्तेमाल करना है। उन्होंने कहा कि चाहे कांग्रेस के नेता हों, राकांपा के नेता हों, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक या अन्नाद्रमुक के नेता हों,
उन पर सीबीआई, आयकर और ईडी की कार्रवाई के जरिए उनको डराने धमकाने का पूरा प्रयास किया। आजाद ने कहा कि इस सरकार ने जाते-जाते उन पर (सपा नेताओं पर) कार्रवाई शुरू कर दी। पौने 4 साल यह सरकार कहां बैठी थी। इतने साल तक इनको भ्रष्टाचार नहीं दिखा। इनका मकसद यह है कि डराओ-धमकाओ ताकि गठबंधन ना होने पाए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में यह राजनीतिक दलों पर निर्भर करता है कि वे किससे गठबंधन करते हैं, किसके साथ नहीं। हम इसकी निंदा करते हैं और यह तानाशाही नहीं चलेगी। आजाद ने कहा कि राफेल का मुद्दा कांग्रेस अध्यक्ष लगातार उठाते आ रहे हैं। पूरा देश कह रहा है कि राफेल खरीद बहुत बड़ा घोटाला है। उन्होंने कहा कि इन दोनों विषयों पर राज्यसभा में चर्चा होनी चाहिए।