अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पांच करोड़ तीन लाख से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज देकर कोविड का सुरक्षा कवच प्रदान कर दिया गया है। जबकि 11 करोड़ 23 लाख लोगों ने टीके की पहली डोज प्राप्त कर ली है। अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बुधवार को बताया कि यह संख्या टीकाकरण के लिए पात्र प्रदेश की कुल आबादी की लगभग 76.20 फीसदी से अधिक है। इस प्रकार प्रदेश में अब तक 16 करोड़ 27 लाख से अधिक कोविड वैक्सीन डोज लगाए जा चुके हैं।
वहीं, कोविड टेस्टिंग और टीकाकरण में उत्तर प्रदेश देश में शीर्ष स्थान पर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड टीकाकरण को और तेज करने के लिए ठोस प्रयास की जरूरत पर बल दिया है। उन्होंने कहा कि घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया जाए। अब तक पहली डोज न पाने और लेने वालों की अलग सूची तैयार कराएं। जिनका दूसरा डोज ओवरड्यू हो गया हो उनकी पृथक सूची बनाई जाए। साथ ही दिव्यांग, अक्षम, निराश्रित, वृद्ध जनों से संपर्क कर उनका टीकाकरण कराएं। सीएमओ स्तर से ग्राम प्रधानों, पार्षदों का सहयोग लिया जाए। इसके अलावा प्रदेश भर में पब्लिक एड्रेस सिस्टम की मदद से जागरूक करने की कवायद को शुरु किया जाए। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग वैक्सीन का डोज प्राप्त कर सकें।
उन्होंने कहा कि कोविड से बचाव के लिए ट्रेसिंग, टेस्टिंग, ट्रीटमेंट और टीकाकरण की नीति के सही क्रियान्वयन से प्रदेश में महामारी पूरी तरह नियंत्रित है। बीते 24 घंटों में हुई एक लाख 53 हजार 569 सैम्पल की जांच में कुल सात संक्रमितों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में तीन संक्रमित कोरोना मुक्त भी हुए। आज प्रदेश में कुल एक्टिव कोविड केस की संख्या 92 है। साथ ही कोविड पर प्रभावी नियंत्रण बनाए रखने के लिए सावधानी और सतर्कता जरूरी है। वहीं, मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व के अनेक देशों में नए वैरिएंट के संक्रमित मिलने की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में हमें बहुत सतर्कता-सावधानी की जरूरत है। साथ ही सभी जगहों पर मास्क को अनिवार्य कराएं। इसके अलावा दूसरे देशों और प्रदेशों से उत्तर प्रदेश आ रहे हर व्यक्ति की जांच जरूर की जाए। बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन व एयरपोर्ट पर अतिरिक्त सतर्कता बरतने की जरूरत है। बिना किसी की जांच किए उसे बाहर न आने दिया जाए।
केंद्र सरकार की तरफ से गाइडलाइंस को प्रभावी रूप से लागू किया जाए। साथ ही पहले चरण में इंटरस्टेट कनेक्टिविटी वाले बस स्टेशन पर जांच को तेजी से बढ़ाते हुए अतिरिक्त सतर्कता बरतें। इसके अलावा कोरोना वायरस के नए वैरिएंट को लेकर शासन की ओर से जीनोम सिक्वेंसिंग की व्यवस्था करने के मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं। लखनऊ के केजीएमयू , पीजीआई, गोरखपुर, झांसी, मेरठ में तेजी से जीनोम सीक्वेंसिंग की व्यवस्था की जाए। साथ ही नगर विकास और ग्राम्य विकास विभाग प्रदेश में स्वच्छता और सैनिटाइजेशन की कार्रवाई को तेज करें। प्रदेश में निगरानी समितियों को सक्रिय करें, ताकि कोविड से संक्रमित व्यक्तियों की समय से पहचान हो जाए और उनका समय पर इलाज हो सके।