अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बांदा जेल में बंद बसपा के बहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। दरसअल अब ईडी ने भी मुख्तार अंसारी पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। मुख्तार के खिलाफ मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया गया है।
ईडी की प्रयागराज यूनिट ने मऊ और लखनऊ जिले में पूर्व में दर्ज तीन मुकदमों को आधार बनाते हुए यह बड़ी कार्रवाई की है। ईडी की नजर मुख्तार की अवैध रूप से अर्जित संपत्ति पर है। मुकदमा दर्ज करने के बाद ईडी ने इस मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि हाल में ही पंजाब के रोपड़ जेल से माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को बांदा जेल में शिफ्ट किया गया है. मुख्तार अंसारी बसपा से विधायक हैं और उनके खिलाफ आपराधिक मुकदमों के साथ ही जमीनों की हेराफेरी, अवैध कब्जे, गबन के गंभीर मामले दर्ज हैं।
इसी कड़ी में मुख्तार अंसारी के खिलाफ मऊ में धोखाधड़ी कर विधायक निधि निकालने और अन्य आरोपों में एक एफआईआर दर्ज कराई गई है। इससे पहले वर्ष 2020 में धोखाधड़ी करते हुए जाली दस्तावेज तैयार करके सरकारी जमीन पर कब्जा करने का भी मुकदमा दर्ज किया गया था।
लखनऊ में भी इसी तरह धोखाधड़ी कर संपत्ति अर्जित करने के मामले में मुख्तार अंसारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। इन्हीं मुकदमों को आधार बनाते हुए अब ईडी ने जांच शुरू कर दी है। ईडी की जांच के दायरे में मुख्तार अंसारी की पत्नी आफसां अंसारी, बेटा अब्बास के अलावा साले व कई अन्य करीबी आ सकते हैं। मुख्तार अंसारी पर आरोप है कि उसने अपनी अवैध रूप से कमाई का बड़ा हिस्सा परिवार वालों के साथ ही रिश्तेदारों और करीबियों के नाम पर अलग-अलग जगहों पर निवेश किया है।