अशाेक यादव, लखनऊ। केंद्रीय कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य तथा आउट रीच एंड को ऑर्डिनेशन कमेटी, उत्तर प्रदेश के प्रभारी प्रमोद तिवारी ने सोमवार को प्रतापगढ़ में भाजपा सांसद से मारपीट प्रकरण पर सफाई दी। उन्होंने कहा कि उनके सामने भाजपा सांसद संगम लाल गुप्ता से कोई मारपीट नहीं हुई। उन्होंने कहा कि सांसद द्वारा झूठ बोला जा रहा है। यह पहला मौका है कि उनके खिलाफ किसी थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई है।
उन्होंने कहा कि वीडियो में पूरे कार्यक्रम की रिकार्डिंग है, जिसमें मारपीट की घटना नहीं है। उन्होंने कहा कि मंच पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान भाजपा सांसद देर से पहुंचे थे, इस पर उन्होंने व क्षेत्रीय विधायक आराधना मिश्रा ने उनका स्वागत किया। उनके सम्मान में खड़े हुए। उनके साथ आए समर्थकों के जरिये नारेबाजी की गई। वह मंच से ससम्मान चले गये।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सांसद के साथ आये अभिषेक पांडेय ने माईक तोड़ डाला और संचालनकर्ता को धक्का दिया, जिसकी एफआईआर थाना सांगीपुर प्रतापगढ़ में दर्ज कराई गयी। हंगामा बढ़ने पर सांसद चलते हुए वीडियो में दिखाई देते हैं और एक क्षण के लिये भी कैमरा बन्द नहीं हुआ है, वे बाहर निकलते हैं। उनके सुरक्षाकर्मी उन्हें सुरक्षित कार तक पहुंचाते हैं। भगदड़ में सांसद गिर गये जो साफ-साफ वीडियो में दिखाई दे रहा है।
उन्होंने सवाल किया कि एक घटना की एक एफआईआर के बजाय पांच एफ.आई.आर. क्यों दर्ज करायी गयी? भाजपा सांसद के साथ भारतीय जनता पार्टी के एक भी सम्मानित पदाधिकारी का न आना और असामाजिक तत्वों को साथ में लाना यह साबित करता है कि यह उनका पूर्व नियोजित षडयंत्र था।