अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव 2021 के नतीजे आने लगे हैं। 75 जिलों में जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए 12,89,830 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला हाे रहा है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच कल सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए मतगणना की सशर्त इजाजत दी थी।
कहा गया था कि मतगणना स्थल पर कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन कराया जाएगा लेकिन आज सुबह आठ बजे जब मतगणना शुरू हुई तो प्रदेश के तमाम जिलों में मतगणना स्थलों पर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती नज़र आईं। मतगणना स्थलों पर प्रत्याशियों और समर्थकों की भारी भीड़ जुटी है।
इस बीच हाथरस में चार मतगणना कर्मी संक्रमित निकले हैं। हाथरस के मुरसान स्थित मतगणना केंद्र पर ये चार कर्मचारी कोरोना संक्रमित पाए गए। कर्मचारियों के पॉजिटिव पाए जाने की खबर फैलते ही वहां खलबली मच गई।
हाथरस के सादाबाद में मतगणना केंद्र के बाहर लंबी-लंबी कतारें लगी हैं। लखीमपुर खीरी, कानपुर सहित कई जिलों में मतगणना में लगे कर्मचारी पॉजिटिव पाए गए।उधर, अयोध्या में भी मतगणना स्थल पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होता हुआ नज़र नहीं आ रहा है। प्रत्याशी और उनके समर्थकों की भीड़ सुबह से सड़क किनारे जुटना शुरू हो गई थी।
गोंडा के इटियाथोक के राम देव प्रसाद बालिका इन्टर कॉलेज में करीब एक घंटे देर से शुरु हुई। स्ट्रांग रूम को करीब साढ़े आठ बजे खोला गया। जिस जिस मतगणना काउंटर में मतदान कर्मी नहीं थे वहां पर रिजर्व काउंटर कर्मी को लगाया गया। मतगणना केन्द्र पर कोई भी तेजी देखी नहीं देखने को मिली।
यहां पर मतगणना में लगे कर्मचारी अपने-अपने काउंटर पर बैलेट बाक्स का इन्तजार करते दिखे। गोंडा के मतगणना केंद्रों के बाहर और अंदर कोविड प्रोटोकॉल महज रस्म अदायगी बन गया है। सहारनपुर के नानौता समेत सभी मतगणना केंद्रों पर पुलिस तैनात हैं। नानोटा के श्री राम कृष्ण इंटर कॉलेज पर प्रत्याशियों और अभिकर्ताओं ने की भीड़ है।
कानपुर में मतगणना केंद्र तक जाने के लिए लंबी कतारें देखी गईं। कोरोना को भूल हजारों लोग लाइन में लगे दिखे। किसी के चेहरे पर मास्क था तो किसी के पास वह भी नहीं। हर जगह कोरोना प्रोटोकाल तार-तार होता दिखा। किसी ने रोका-टोका तक नहीं। कन्नौज में मतगणना केंद्रों के गेट के बाहर उम्मीदवारों और उनके एजेंट का हुजूम है।
फतेहपुर में भी मतगणना स्थल पर कोविड प्रोटोकाल तार-तार होता दिखा। सुखदेव इंटर कालेज खागा और चन्द्रदास इंटर कालेज हसवा में प्रत्याशियों और समर्थकों की भीड़ जुटी। फर्रुखाबाद में भी कोविड गाइडलाइन की धज्जियां उड़ रही हैं। वहां मतगणना केंद्र के बाहर भीड़ लगी है।
बागपत में बड़ौत के कालिंदी कालेज में भी नियमों की अनदेखी होती नज़र आई। देवरिया में मतगणना स्थलों पर यही हाल नज़र आ रहा है।
उधर, सिद्धार्थनगर में भी लोगों के बीच संक्रमण का डर जरा भी देखने को नहीं मिल रहा है। जिले के 14 क्षेत्रों में बनाए गए मतगणना स्थलों पर सुबह 8:00 बजे से तय समय पर मतगणना शुरू हुई तो लोग भीड़ की शक्ल में नज़र आए। इस दौरान प्रत्याशियों और समर्थकों में कोरोना का डर बिल्कुल नहीं दिख रहा। ना तो कहीं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है और ना ही कोई एक-दूसरे से दूरी बना रहा है।