पंचायत चुनाव को लेकर आयोग ने 164 चुनाव चिन्ह आवंटित किए हैं। प्रधानी चुनाव के चिन्ह का उपयोग जिला पंचायत में नहीं किया जाएगा। एक चिन्ह का उपयोग एक ही प्रत्याशी करेगा। हर चुनाव के चिन्ह के साथ ही उनके नमूने भी आयोग ने भेज दिए हैं। 45 लाख मतपत्र छपकर कानपुर आ चुके है।
सबसे ज्यादा 57 चुनाव चिन्ह प्रधानी के लिए दिए गए हैं। इसमें गले का हार, घंटी, चारपाई, कार, गदा, त्रिशूल, दरवाजा, चूडियां आदि हैं। इसी तरह से जिला पंचायत के लिए 53 चिन्ह आवंटित किए गए हैं। इसमें मछली, रेडियो, थरमस, स्कूटर, सैनिक, टेलीविजन, लाउडस्पीकर, पिस्टल और टेलीफोन हैं।
इसी तरह से गुल्ली-डंडा, तलवार, नारियल, पतंग, प्रेस, टेबिल फैन, चिड़िया का घोसला, गेंद व हाकी, स्लेट और शहनाई समेत 36 चिन्ह क्षेत्र पंचायत के लिए आवंटित किए गए हैं। ग्राम पंचायत सदस्य के लिए ओखली, फरसा, केला, घड़ा, डमरू, शंख और नल समेत 18 चिन्ह दिए गए हैं।
सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी वीके श्रीवास्तव ने बताया कि चार रंग के 45 लाख मतपत्र छपकर आ गए हैं। 164 चिन्ह आयोग ने दिए हैं। जिन्हें प्रत्याशियों को आवंटित किया जाएगा। सबके चुनाव चिन्ह अलग-अलग हैं।
कानपुर में पंचायत चुनाव में पहले दिन 1512 नामांकन फॉर्म बिक गए। चौबेपुर, कल्याणपुर और बिधनू ब्लॉक में एक भी नामांकन फॉर्म नहीं बिके। जिला पंचायत में फॉर्म और नो ड्यूज लेने के लिए मारामारी रही। एक दिन में 68 फॉर्म बिक गए। पंचायत चुनाव का नामांकन तीन अप्रैल से शुरू होगा। फॉर्म बिक्री शनिवार से शुरू हो गई है।
प्रधानी के सबसे ज्यादा 222 फॉर्म बिल्हौर में और सबसे कम ककवन में 13 बिके। प्रधानी के 1038, बीडीसी के 319 और ग्राम पंचायत सदस्य 87 फॉर्म बिके। जिला पंचायत से पंचायती के 68 आवेदन फॉर्म बिके। एडीएम फाइनेंस वीरेंद्र पांडेय ने बताया कि ब्लॉकों से 1444 और पंचायत से 68 फॉर्म बिके हैं। रविवार को भी ब्लॉक और पंचायत से फॉर्म बिकेंगे।