लखनऊ। यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी पूरी तरह से जमीनी तौर पर खुद को मजबूत करने के लिए काम कर रही है। साथ ही अलग-अलग दल के लोगों को भी सपा में शामिल कराकर पार्टी को मजबूत कर रही है। शुक्रवार को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में अखिलेश यादव ने कई बार विधायक रह चुके कांग्रेस नेता विनोद चतुर्वेदी को सदस्यता दिलाई।
इसके अलावा कांग्रेस नेता गयादीन अनुरागी ने भी अखिलेश की उपस्थिति में सपा का दामन थामा है। साथ ही जन परिवर्तन दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी धनगर ने अपनी पार्टी का विलय समाजवादी पार्टी में करने की घोषणा की है।
समाजवादी पार्टी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि जहां मुख्यमंत्री जाते हैं, वहां हत्या की वारदात हो जाती है। गोरखपुर में जैसी घटना हुई वैसा कभी नहीं हुआ। अमेरिका में ऐसी घटना हुई थी तो लोग वहां की सरकार के खिलाफ खड़े हो गए। अब गोरखपुर की घटना में मारे गए व्यापारी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। कैसे छिपाएगी भाजपा सरकार कि उसकी पीट-पीटकर हत्या नहीं हुई है, जो भाषा भाजपा की है वहीं अधिकारियों की है। सरकार के दबाव में अधिकारी झूठ बोल रहे हैं।
पुलिस प्रशासन का जिस तरह वीडियो वायरल हुआ है। उससे लगता है कि दबाव बनाया जा रहा है कि न्याय न मिले। इसके अलावा सरकार ने चुनाव जीतने के लिए एसपी डीएम से मदद ली है। एसपी और डीएम पर कार्रवाई इसलिए नहीं हो रही है, क्योंकि वो बीजेपी के रिश्तेदार हैं। यूपी में पुलिस वसूली कर रही है। अखिलेश ने कहा कि सपा ही बीजेपी को 2022 में हराने जा रही है, क्योंकि किसान गरीब नवजवान सपा के साथ है। सपा की मांग है कि जातीय जन जनगणना होनी चाहिए।