अशाेक यादव, लखनऊ। खाद्य तेलों पर कस्टम ड्यूटी कम होने के बावजूद भी ग्राहकों को राहत नहीं मिल पा रही है। थोक बाजार के कारोबारियों का कहना है कि ग्राहकों को राहत मिलने में लगभग एक हफ्ते का समय लग जाएगा। क्योंकि कस्टम ड्यूटी जब से कम हुई उसके बाद बुक किया माल बाजारों तक नहीं पहुंचा है। हालांकि नेपाल से बाजार में आने वाला सोयाबीन और पाम ऑयल में तीन से पांच रुपये प्रति लीटर की कमी आई है।
दाल मिलर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष भारतभूषण गुप्ता बताते हैं कि कस्टम ड्यूटी के कम होने का असर बाजार में एक हफ्ते में दिखना शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि जब से कस्टम ड्यूटी कम हुई उसके बाद जो खाद्य तेल बाजार में आएगा वह सस्ते रेट पर बिकेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि बाजार में माल पहुंचने के बाद एक लीटर खाद्य तेल में लगभग आठ से दस रुपये प्रति लीटर की राहत मिल जाएगी।
फतेहगंज के फुटकर कारोबारी मुकेश अग्रवाल बताते हैं कि 15 दिन पहले सरसों का तेल 15 लीटर का पीपा 500 रुपये बढ़कर 2920 रुपये पहुंच गया था तब से अभी तक यही दाम यथावत हैं। वहीं चावल मिक्स सस्ता कड़ुवा तेल 2300-2400 रुपये पीपा बिक रहा है।
खाद्य तेलों में आई तेजी का लाभ नेपाल से आने वाले खाद्य तेल को मिल रहा है। फुटकर बाजार में नेपाल से आने वाला महालक्ष्मी, राजहंस, डिविया समेत अन्य कई मार्का सोयाबीन और पाम ऑयल भरपूर मात्रा में स्टाक है। इनके दाम भी काफी कम हैं। भारतीय सोयाबीन का पीपा 2250 रुपये और पाम ऑयल 2100 (दोनों 13 किलो का पीपा) तो वहीं नेपाली सोयाबीन का पीपा सोयाबीन 2240 और सोयाबीन 2050 रुपये (दोनों 15 किलो का पीपा) बाजार में बिक रहा है।