अशाेक यादव, लखनऊ। देश के कई प्रदेशों में गांजा सप्लाई करने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को यूपी एसटीएफ ने अलवर राजस्थान से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार तस्कर बिहार और उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। एसटीएफ एसपी हेमराज मीणा ने बताया कि गिरोह के सदस्य उड़ीसा से गांजा लाकर इसकी सप्लाई पश्चिमी उप्र व राजस्थान के जिलो में करते थे। जिनकी गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ मुख्यालय की टीम को लगाया गया था।
मुखबिर के जरिए एसटीएफ को सूचना प्राप्त हुई कि मधुबनी निवासी राकेश यादव तथा मथुरा निवासी प्रमोद सिंह ने गांजा तस्करी के लिए एक ट्रक उड़ीसा भेजा है। ट्रक में जूट की खाली बोरियों लादकर गांजा को तय स्थान पर पहुंचाया जाना था।
जिसके बाद एसटीएफ लखनऊ यूनिट की टीम ने मथुरा में अपना जाल बिछाया। इसी दौरान एसटीएफ को पता चला कि तस्करों ने गांजा का सौदा अलवर के किसी व्यक्ति के साथ किया है। गांजा पहुंचाने के लिए शातिरों ने फर्जी ई-वे बिल हाथरस से अलवर के लिये तैयार करके चालक रिंकू सिंह व लाखन सिंह को भेज दिया था। गिरोह के बाकी सदस्य दूसरे वाहन से ट्रक की रैकी करते हुए जा रहे थे।
जिसके बाद एसटीएफ ने राजस्थान पुलिस से संपर्क कर उनको पूरी स्थिति से अवगत कराया और तस्करों की गिरफ्तारी में मदद मांगी। यूपी एसटीएफ की टीम ने राजस्थान पुलिस की मदद से गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर अलवर जिले में ही उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर जेल भिजवा दिया। पूछताछ में तस्करों ने बताया कि गांजा तस्करी करने वाले ट्रक चालक को एक फेरे के लिए एक लाख रुपये और क्लीनर को 25 हजार रुपये मिलते थे।
उड़ीसा से यह लोग दो से तीन हजार रुपये किलो गांजा लाकर उसे अन्य प्रदेशों में 15 से 20 हजार रुपये की कीमत में बेचते थे। एसपी एसटीएफ ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों में मधुबनी बिहार निवासी राकेश कुमार, शेरगढ़ मथुरा निवासी प्रमोद सिंह,सदर मथुरा के रहने वाला अखिलेश शर्मा, भोजपुर गाजियाबाद निवासी रिंकू और विजयनगर गाजियाबाद निवासी लाखन सिंह शामिल हैं। एसटीएफ ने इनके कब्जे से 98 बोरियों में 25 कुंटल गांजा, तस्करी के लिए प्रयोग होने वाले टेर के साथ ही कई अन्य सामान जब्त किया है।