अशाेक यादव, लखनऊ। देश में संवैधानिक संस्थाओं को सरकार समाप्त कर रही है। प्रदेश एक अघोषित आपातकाल के दौर से गुजर रहा है। नए कृषि कानूनों से किसान चिंतित है। उक्त बातें नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केके शर्मा ने प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों से कहीं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी सपा की नीतियों के साथ उत्तर प्रदेश में आगे बढ़ेगी। भविष्य में सपा और एनसीपी के बीच गठबंधन हो सकता है।
राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि आने वाले दिनों में एनसीपी उत्तर प्रदेश में जनता के बीच संविधान बचाओ, उत्तर प्रदेश बचाओ, जन जागरण अभियान की शुरूआत करने जा रही है। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के सार्वजनिक क्षेत्रों के प्रतिष्ठानों को एक वर्ग विशेष के हाथों में दिया जा रहा है। आज देश के किसानों विशेष रूप से उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के किसानों को यह डर सता रहा है कि उनकी जमीन नए कृषि के तहत पूंजीपतियों और व्यापारिक वर्गों के हाथों में दे दी जाएगी।
एनसीपी किसानों के साथ मजबूती के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि देश के संविधान और नागरिकों के अधिकारों को भी भारत सरकार ने ताक पर रख दिया है। पेगासस जासूसी कांड इस बात का जीता-जागता उदाहरण है। हाल ही में मीडिया संस्थानों पर इनकम टैक्स, ईडी और सीबीआई छापे के नाम पर बेवजह परेशान करने पर सरकार की निंदा की है।