अशाेक यादव, लखनऊ। पंचायत चुनाव खत्म होते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब गांवों में कोरोना संक्रमण रोकने की मुहिम शुरू कर दी है। उन्होंने कहा है कि प्रदेश के सभी 97 हजार राजस्व गांवों में कोविड टेस्टिंग का वृहद अभियान 4 मई से संचालित किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर जरूरी सुविधाओं से युक्त कम से कम 10 बेड तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
रविवार को टीम 09 की बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि पंचायत मतगणना समाप्त होने के तत्काल बाद पांच दिवसीय प्रदेशव्यापी स्क्रीनिंग अभियान सभी ग्राम पंचायतों में टीम भेजकर संचालित कराया जाए। यह टीम ग्राम पंचायत में कम से कम तीन दिनों के लिए भेजी जाए तथा सभी व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की जाए। इनके लिए मानदेय की व्यवस्था भी की जाए। उन्होंने कहा, कोविड संक्रमण से हमें गांवों को बचाना होगा। गांवों में कोरोना संक्रमण के प्रति विशेष सतर्कता की जरूरत है। जो पॉजिटिव पाए जाएं, उन्हें मेडिकल प्रोटोकॉल का मुताबिक उपचार दिया जाए। स्वास्थ्य विभाग इस वृहद टेस्टिंग ड्राइव के सफल क्रियान्वयन के लिए समुचित तैयारी पूरी कर ले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि साप्ताहिक बन्दी, रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। औद्योगिक इकाइयों में कोविड केयर सेन्टर की स्थापना की जाए। निगरानी समितियों से लेखपाल को भी जोड़ा जाना चाहिए। होम आइसोलेशन में उपचाराधीन लोगों से हर दिन संवाद बनाया जाना चाहिए। सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से प्रतिदिन कम से कम 45-50 हजार मरीजों से संपर्क किया जाए। स्वास्थ्य मंत्री के स्तर पर भी मरीजों से बातचीत कर उनका हालचाल लिया जाए, फीडबैक लिया जाए।
उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों को जरूरत के अनुसार रेमडेसिविर की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए जिलाधिकारियों / सीएमओ को रेमडेसिविर वॉयल दिए गए हैं। यह किसके प्रयोग में आ रहा है, इसका विवरण रखा जाए। स्वास्थ्य मंत्री इस जीवनरक्षक दवा की मांग और आपूर्ति के वितरण की स्वयं निगरानी करें। मांग, आपूर्ति और वितरण की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी ढंग से संपन्न होनी चाहिए। प्रदेश के सभी जिलों में बेड की क्षमता को दोगुनी करने की कार्यवाही तेज की जाए। केजीएमयू में जल्द ही डेढ़ सौ बेड जल्द ही और कोविड मरीजों के लिए उपलब्ध हो जाएंगे।