नई दिल्ली : कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एम वीरप्पा मोइली ने पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं जयराम रमेश और शशि थरूर पर काफी तल्ख टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के दूसरे कार्यकाल में नीतिगत पंगुता के लिए जयराम रमेश जिम्मेदार हैं. वहीं मोइली ने शशि थरूर को लेकर कहा कि वे थरूर को परिपक्व राजनीतिज्ञ नहीं समझते. बता दें कि इन दोनों नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री पर की गई टिप्पणी से मोइली खासे नाराज बताए जाते हैं.मोइली ने पार्टी के एक अन्य नेता शशि थरूर पर भी उनके इस बयान के लिए नाराजगी जाहिर की. दरअसल शशि थरूर ने कहा था कि सही फैसलों पर प्रधानमंत्री मोदी की सराहना करने से विपक्ष की आलोचना की साख बनेगी. गौरतलब है कि जयराम रमेश ने गत बुधवार एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी के शासन का मॉडल पूरी तरह नकारात्मक गाथा नहीं है और उनके काम के महत्व को स्वीकार नहीं करके और हर समय उन्हें खलनायक की तरह पेश करके कुछ हासिल नहीं होने वाला है.
रमेश और थरूर के बयानों को ‘अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मोइली ने कांग्रेस नेतृत्व से दोनों नेताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का अनुरोध किया. मोइली ने रमेश के बयान को लेकर सवाल किया कि क्या कांग्रेस मोदी को खलनायक की तरह पेश कर रही है? उन्होंने रमेश के बयान को बहुत बुरा बताते हुए कहा कि इस तरह के बयान दे कर वे बीजेपी के साथ समझौता कर रहे हैं. उल्लेखनीय है कि जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि मोदी को हमेशा खलनायक की तरह पेश नहीं करना चाहिए, तब पार्टी के दो अन्य वरिष्ठ नेताओं अभिषेक मनु सिंघवी और शशि थरूर ने उनका समर्थन किया था. मोइली ने कहा ‘और अगर कोई भी नेता इस तरह का बयान देता है तो मैं मानता हूं कि वह कांग्रेस या इसके नेतृत्व के लिए काम नहीं कर रहा है. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि मंत्री होने के नाते वेश्अधिकारों का उपयोग करते हैं और विपक्ष में आ कर वे सत्ताधारी दल के साथ एक संपर्क बनाए रखेंगे.
मोइली ने एक साक्षात्कार में आरोप लगाया ‘वह (रमेश) संप्रग सरकार के दूसरे कार्यकाल में नीतिगत पंगुता के लिए जिम्मेदार हैं और वह कई बार प्रशासन के सिद्धांतों के साथ समझौता करने के लिए भी जिम्मेदार हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने दावा कि थरूर को कभी भी परिपक्व राजनीतिज्ञ नहीं समझा गया. उन्होंने कहा थरूर अकसर बयानबाजी करते हैं और प्रेस में जगह पाते हैं. उन्होंने कहा ‘मैं नहीं समझता कि उनके बयानों को गंभीरता से लिया जा सकता है. उन्हें गंभीर राजनीतिज्ञ बनना होगा. यह हमारी अपील है. मोइली ने कहा ‘मेरे विचार से कांग्रेस पार्टी के लिए यह समय समुचित अनुशासनात्मक कार्रवाई करने और ऐसे लोगों को आगाह करने का है जो (कांग्रेस पार्टी को) छोड़ कर जाना चाहते हैं. उन्हें सीधे सीधे जाने दिया जाए, वे पार्टी में रह कर, पार्टी के साथ और उसकी विचारधारा के साथ कोई छेड़छाड़ न करें.
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री मोइली ने जोर दे कर कहा कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के स्तर पर और राज्य स्तर पर कांग्रेस नेतृत्व के लिए पार्टी को पुनर्जीवित करने की खातिर तत्काल कदम उठाना जरूरी है. इसका कोई विकल्प नहीं है. उन्होंने कहा तीन राज्यों में आने वाले दिनों में चुनाव होना है इसलिए हमें फैसला लेने में कोई देरी नहीं करनी चाहिए.मोइली ने कहा कि हर बार चुनाव का बहाना बन जाता है. पार्टी को ऐसे लोगों को पूरी मजबूती के साथ संगठित करना चाहिए तो कांग्रेस के मूल्यों को महत्व देते हैं और जनता की नब्ज समझते हैं. मोइली ने कहा कि यदि संगठनात्मक स्तर पर मजबूत फैसले नहीं लिए गए तो बीजेपी के हौसले इस बात के लिए बुलंद होंगे कि वे हमारे कार्यकर्ताओं को परेशान कर सकें. उन्होंने कहा कि पार्टी मजबूत होगी तो बीजेपी, कांग्रेस की ओर सम्मान से देखेगी. यदि ऐसा नहीं हुआ तो सत्ताधारी पार्टी के मन में कांग्रेस पार्टी के लिए किसी भी प्रकार के सम्मान का भाव नहीं रह जायेगा.