अशाेेेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल के गठन की कवायद शुरू हो गई है। शासन के गृह विभाग में इसका पूरा ढांचा तैयार करने पर मंथन चल रहा है। फिलहाल, पीएसी के जवानों को लेकर इसकी पांच बटालियन का गठन किया जाएगा। इस तरह पहले चरण में छह हजार के करीब जवानों को चयनित कर प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। इससे पहले पीएसी से ही राज्य आपदा मोचन बल का गठन किया गया था।
बल के गठन से संबंधित विधेयक 20 अगस्त से शुरू होने जा रहे विधानसभा के सत्र में पेश किए जाने की तैयारी है। विधेयक के ड्राफ्ट को प्रदेश कैबिनेट ने कैबिनेट बाई सर्कुलेशन मंजूरी दी थी।
बल के जवानों को मेट्रो रेल, एयरपोर्ट, जिला न्यायालयों, औद्योगिक संस्थानों, बैंकों, वित्तीय संस्थानों, महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों तथा ऐतिहासिक, धार्मिक व तीर्थ स्थलों समेत अन्य संस्थानों की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी जाएगी। गृह विभाग का कहना है कि तैनाती से पहले बल के जवानों की स्पेशल ट्रेनिंग कराई जाएगी। इस दौरान उन्हें आधुनिक सुरक्षा प्रणाली और सुरक्षा उपकरणों की विधिवत जानकारी दी जाएगी।
शासन ने सोमवार को उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल अध्यादेश 2020 को लागू करने के संबंध में अधिसूचना जारी कर दी। यह अध्यादेश 13 अगस्त से ही लागू माना जाएगा। यह अधिसूचना अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी की तरफ से जारी की गई है।
इस बीच पीएसी को पिछले माह ही 17 हजार सिपाही नए सिपाही मिल गए हैं। इन सिपाहियों की ट्रेनिंग पूरी हो गई है। इन सिपाहियों की भर्ती नागरिक पुलिस एवं पीएसी में सिपाहियों के कुल 41520 पदों में शामिल थी। इसमें 23520 पद नागरिक पुलिस व 18000 पद पीएसी में सिपाही के थे। इन पदों पर भर्ती का विज्ञापन वर्ष 2018 में जारी किया गया था।