उन्होंने कहा कि पहले चरण के मतदान के बाद तृणमूल प्रमुख की बौखलाहट और बढ़ गई है। कल ही दीदी ने देश के कई नेताओं को संदेश भेजकर मदद की अपील की है। जो लोग दीदी की नजर में बाहरी हैं, टूरिस्ट हैं, जिन्हें वह कभी मिलने तक का समय नहीं देती थीं, अब उनसे समर्थन मांग रही हैं। दीदी का हर एक्शन देख लीजिए, सब कुछ स्पष्ट नज़र आता है। शुरुआती रुख पता चला तो दीदी भवानीपुर सीट छोड़कर नंदीग्राम पहुंच गईं। नंदीग्राम जाकर लगा उन्हें लगा कि यहां आकर गलती कर दी है। गुस्से में वह नंदीग्राम के लोगों के अपमान पर उतर आईं। धमकी और गालियां देने वाली दीदी कह रही हैं- “कूल -कूल”।
मोदी ने कहा कि तृणमूल कूल नहीं बंगाल के लोगों के लिए शूल है। बंगाल को असहनीय पीड़ा देने वाला शूल है तृणमूल। बंगाल को रक्तरंजित करने वाला शूल है तृणमूल। बंगाल के साथ अन्याय करने वाला शूल है तृणमूल। दीदी की समस्या क्या है, वो ये पूरा क्षेत्र जानता है, ये सुंदरबन का इलाका जानता है। घुसपैठियों को खुश करने के लिए दीदी बंगाल के लोगों को भूल गईं। यहां उन्नयन के नाम पर उन्होंने 10 साल में क्या किया इसका ठोस जवाब दीदी के पास है नहीं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ममता दीदी जिस तरह उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों के खिलाफ दुश्मनी की भाषा बोल रही हैं, वह उनकी राजनीतिक समझ पर सवाल पैदा कर रहा है। दीदी यह भूल रही हैं कि मुख्यमंत्री के नाते वह संविधान की शपथ ली हुई है। देश का संविधान, इसकी इजाजत नहीं देता कि आप दूसरे राज्यों का इस तरह अपमान करें।
उन्होंने कहा कि अब दीदी को तिलक और भगवा वस्त्र से दिक्कत है। और तो और अब दीदी के लोग चोटी रखने वालों को राक्षस कहने लगे हैं। ममता दीदी को जय श्रीराम के आह्वान से दिक्कत है जिसे पूरा बंगाल पहले से जानता है। ममता दीदी को दुर्गा जी की प्रतिमा के विसर्जन से दिक्कत रही है।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में भाजपा सरकार ने मुफ्त चावल भेजा, तो उसमें कट मनी की गयी। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पूरे देश में करोड़ों घर बने। बंगाल में केंद्र सरकार ने 30 लाख से ज्यादा घर, गरीबों के लिए स्वीकृत किए हैं। लेकिन कट मनी के कारण यहां अनेक गरीबों के घर अधूरे पड़े हैं। तृणमूल की टोलाबाजी ने गरीब, मध्यमवर्ग, उद्यमी, सभी का जीना दुश्वार किया है। बच्चों के नामांकन, नौकरी के आवेदन में , आवास , शिक्षा रिण , अस्पताल में भर्ती हर जगह कट मनी। गरीबों, पिछड़ों को इस स्थिति ने सबसे ज्यादा परेशान किया है।
उन्होंने कहा कि जब उन्हाेने ओराकान्दी में हॉरीचॉन्द ठाकुर, गुरुचॉन्द ठाकुर जी की पुण्य भूमि में जाकर पूरे देश के लिए आशीर्वाद मांगा तो ये देखकर भी दीदी का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया।