इलाहाबाद / लखनऊ : वायु सेना स्टेशन बमरौली से 08 अप्रैल 2018 को सुबह नौ बजे, नौ वायुयोद्धा संगम पर पवित्र-स्नान के लिए गए थे। स्नान के पश्चात वापस आते समय चार वायुयोद्धाओं ने, एल ए सी आयुष मिश्रा, एल ए सी शुभम कुमार, ए सी मयंक अग्निहोत्री एवं ए सी सत्यम आर्य ने तट के पास लकड़ी के चबूतरे पर थोड़ी देर विश्राम करने का निर्णय लिया। कुछ देर चबुतरे पर बैठने के बाद, एल ए सी शुभम कुमार वापस आने के लिए जैसे ही खड़े हुए, लकड़ी गीली होने के कारण उनका पैर फिसल गया और वे पानी में गिर गये। अन्य तीन साथियों ने उन्हें पानी से बाहर निकालने का प्रयास किया, किन्तु पानी के तेज बहाव एवं गीली मिट्टी होने के कारण वे भी अपना सन्तुलन खो बैठे और सभी पानी में गिर गये। जल प्रवाह अत्यधिक तेज होने एवं गहरे पानी के कारण उन सभी के प्रयास निरर्थक साबित हो रहे थे।तभी पास के एक नाविक राजेश निषाद पुत्र श्री ओमकार निषाद, निवासी झूँसी ने इन वायुयोद्धाओं के जीवन को बचाने के लिए अपने प्राणों को दाव पर लगा दिया। इन्होंने एल ए सी आयुष मिश्रा का हाथ पकड़कर गहरे पानी से बाहर निकाल लिया। इसके पश्चात एल ए सी आयुष मिश्रा एवं नाविक राजेश निषाद ने मिलकर एल ए सी शुभम को भी पानी से बाहर निकाल कर उसके प्राणों की रक्षा की। किन्तु दुर्भाग्यवश ए सी मयंक अग्निहोत्री और ए सी सत्यम आर्य को नहीं बचाया जा सका और गहरे पानी में डूबने के कारण उनकी मृत्यु हो गई। नाविक राजेश निषाद के इस साहसिक कार्य के कारण हमारे दो वायुयोद्धाओं के प्राणों की रक्षा हो सकी।
उन दो वायुयोद्धाओं की जान बचाने वाले नाविक को मध्य वायु कमान मुख्यालय भारतीय वायु सेना इलाहाबाद की तरफ से 31 मई 2018 को “मेल-मिलाप दिवस” के अवसर पर एयर वाइस मार्शल श्रीश मोहन वी एम, एयर डिफेंस कमांडर ने उन्हें सम्मानित किया तथा 15,000 रुपये नकद राशि देकर पुरस्कृत किया।
मेल-मिलाप दिवस पर भारतीय वायु सेना इलाहाबाद द्वारा वायुयोद्धाओं की जान बचाने के फलस्वरूप नाविक राजेश निषाद को सम्मानित किया गया
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