मेक्सिको: मेक्सिको के राष्ट्रपति एंद्रेस मैनुएल लोपेज ओब्रादोर ने देश में नशीले पदार्थों के खिलाफ युद्ध के समाप्त होने की घोषणा की। उन्होंने बुधवार को और कहा कि सरकार मादक पदार्थों के तस्करों को पकडने के लिए अब सेना के इस्तेमाल को प्राथमिकता नहीं देगी। आलोचकों ने इस घोषणा पर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि राष्ट्रपति ने अपनी चुनाव प्रचार मुहिम में सेना को सड़कों से हटाने का वादा किया था लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया और वह एक राष्ट्रीय गार्ड के गठन का प्रस्ताव रख रहे हैं जो देश का स्थायी रूप से सैन्यीकरण करेगा। मेक्सिको में शक्तिशाली नशीले पदार्थों के तस्करों से लड़ने के लिए वर्ष 2006 से सेना तैनात है। इस रणनीति की व्यापक स्तर पर निंदा हुई है।
हालांकि इसकी मदद से कई बड़े तस्कर पकड़ में आए हैं। देश में तस्करों के गिरोहों की आपसी लड़ाई और सेना से संघर्ष के कारण हिंसा में बढ़ोतरी हुई है। यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी सरकार ने दिसंबर में कार्यभार संभालने के बाद तस्कर गिरोह के किसी सरगना को गिरफ्तार किया, ओब्रादोर ने कहा कि अब ऐसी कोई रणनीति नहीं है। उन्होंने कहा कि अब कोई युद्ध नहीं है। अब आधिकारिक रूप से कोई युद्ध नहीं है। हम शांति चाहते हैं और हम शांति स्थापित करने जा रहे हैं। ओब्रादोर ने कहा कि किसी माफिया सरगना को गिरफ्तार नहीं किया गया है क्योंकि यह हमारा मुख्य लक्ष्य नहीं है। हमारी सरकार का मुख्य लक्ष्य लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। हम सुरक्षा चाहते हैं, हम रोजाना होने वाली हत्याएं कम करना चाहते हैं। मेक्सिको में 13 साल पहले सेना के सड़कों पर उतरने के बाद से दो लाख लोगों की हत्या हुई है।