लखनऊ : मेकेनाइज्ड इंफैंट्री रेजिमेन्ट का 39वाॅं स्थापना दिवस आज लखनऊ छावनी में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । समारोह की शुरूआत लखनऊ छावनी स्थित मध्य कमान के युद्ध स्मारक ‘स्मृतिका’ पर श्रद्धांजलि समारोह के साथ हुई। इस अवसर पर मध्य कमान के स्टाफ अध्यक्ष एवं मेकेनाइज्ड इंफैंट्री रेजिमेन्ट के वरिष्टतम सैन्यधिकारी ले0 जनरल जेके शर्मा ने युद्ध स्मारक ‘स्मृतिका’ पर पुष्प
चक्र अर्पित कर जाबांज शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।इस दौरान स्टेशन में तैनात मेकेनाइज्ड इंफैंट्री रेजिमेन्ट तथा ब्रिगेड आॅफ द गार्ड के सभी सैन्यधिकारी भी मौजूद थे। मेकेनाइज्ड इंफैंट्री रेजिमेन्ट के भूतपूर्व सैनिकों की ओर से ब्रिगेडियर केके तिवारी [ सेवानिवृत ] ने भी युद्ध स्मारक ‘स्मृतिका’ पर माल्यार्पण कर शहीद सैनिकों
को श्रद्धांजलि दी।
वर्ष 1965 युद्ध के बाद सेना की इंफैंट्री बटालियनों के संचलन एवं सुरक्षा को बनाये रखने के उद्देश्य से भारतीय सेना की सबसे युवा रेजिमेन्ट मेकेनाइज्ड इंफैंट्री रेजिमेन्ट का गठन किया गया। इस रेजिमेन्ट के गठन के पीछे जनरल के. सुन्दरजी की रणनीति एवं सोच थी। यह रेजिमेन्ट श्रीलंका में चलाये गये आॅपरेशन पवन तथा पंजाब एवं जम्मू-कश्मीर में चलाये गये आॅपरेशन रक्षक में भाग ले चुकी है। इसके अतिरिक्त मेकेनाइज्ड इंफैंट्री रेजिमेन्ट ने संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के तहत सोमालिया, कांगो, अंगोला, सूडान, इथोपिया, इरिटेरिया, सियरालियोन एवं लेबनान मे भी अपनी भूमिका निभाई है। इसके साथ ही इस रेजिमेन्ट ने उच्च पर्वतीय क्षेत्रों सहित लद्दाख एवं सिक्किम के दुर्गम क्षेत्रों में भी अपनी उत्कृष्ट सेवा दी है।
मेकेनाइज्ड इंफैंट्री रेजिमेन्ट के सैन्यकर्मियों ने अपनी मातृभूमि की सेवा में रेजिमेन्ट की उच्च परंपराओं के अनुरूप अपने कर्त व्यों का निर्वहन करते हुए रेजिमेन्ट को गौरवान्वित किया है । इसके लिए उन्हें कई वीरता एवं सेवा पदकों से अलंकृत किया गया है।