लखनऊ। 10 जुलाई 2015 को पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव द्वारा आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को मोबाइल से दी गयी कथित धमकी के सम्बन्ध में अमिताभ ने आज सीजेएम लखनऊ आनंद प्रकाश सिंह के सामने धारा 200 सीआरपीसी में अपना बयान दर्ज कराया. उन्होंने अपने बयान में 10 जुलाई 2015 को उन्हें फोन पर धमकी मिलने की बात दुहराई तथा कहा कि वे साक्ष्यों के आधार पर इस आरोप को प्रमाणित करेंगे।सीजेएम ने अन्य साक्ष्यों के परीक्षण के लिए 22 अगस्त 2019 की तारीख नियत की है,सीजेएम आनंद प्रकाश सिंह ने 02 फरवरी 2019 के आदेश में पुलिस द्वारा लगायी गयी अंतिम रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा था कि अमिताभ अपने बयान कर कायम हैं तथा उन्होंने अपने कथन के समर्थन में साक्ष्य प्रस्तुत किये हैं। मुलायम सिंह ने भी अपने बयान में अपनी आवाज का होना स्वीकार किया है. ऐसे में पुलिस की अंतिम रिपोर्ट निरस्त किये जाने योग्य है।
अमिताभ ने कोर्ट के सामने पुलिस पर मुलायम सिंह के राजनैतिक और सामाजिक रसूख के कारण मामले में अंतिम रिपोर्ट लगाने की बात कही थी। उन्होंने अपने बयान में 10 जुलाई 2015 को उन्हें फोन पर धमकी मिलने की बात दुहराई तथा कहा कि वे साक्ष्यों के आधार पर इस आरोप को प्रमाणित करेंगे।सीजेएम ने अन्य साक्ष्यों के परीक्षण के लिए 22 अगस्त 2019 की तारीख नियत की है,सीजेएम आनंद प्रकाश सिंह ने 02 फरवरी 2019 के आदेश में पुलिस द्वारा लगायी गयी अंतिम रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा था कि अमिताभ अपने बयान कर कायम हैं तथा उन्होंने अपने कथन के समर्थन में साक्ष्य प्रस्तुत किये हैं।