नई दिल्ली : पाकिस्तानी जेल में जासूसी के आरोप में कैद भारतीय जाधव और उनकी फैमिली के साथ पाक सरकार के दुर्व्यवहार और बदसलूकी का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि समाजवादी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद ने विवादित बयान देकर इस मामले को और तूल दे दिया है. जब कुलभूषण के साथ परिवार के मुलाकात के दौरान पाक के रवैये से पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्से का माहौल है, ठीक उसी वक्त नरेश अग्रवाल ने विवादित बयान देकर अपने लिए मुसीबत खड़ी कर ली है. नरेश अग्रवाल ने कहा कि ‘अगर उन्होंने (पाकिस्तान) कुलभूषण जाधव को आतंकवादी अपने देश में माना है, तो वो उस हिसाब से जाधव के साथ व्यवहार करेंगे. हमारे देश में भी आतंकवादियों के साथ ऐसा ही व्यवहार करना चाहिए.’ इस बयान के मीडिया में आते ही चारों तरफ बवाल मच गया और सभी इस बयान की निंदा कर रहे हैं.
कुलभूषण जाधव और उनके परिवार के मुलाकात पर भारत के सख्त रवैये पर नरेश अग्रवाल ने कहा कि मुझे समझ नहीं आता कि मीडिया सिर्फ कुलभूषण जाधव के बारे में क्यों बात कर रही है. पाकिस्तान में कई भारतीय कैदी हैं. मीडिया भारतीय कैदियों पर क्यों नहीं फोकस कर रही है.
नरेश अग्रवाल के इस बयान की कई पार्टियों ने तत्काल निंदा की. केंद्रीय मंत्री हंसराज अहिर ने कहा कि यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण बयान है. एक भारतीय नागरिक इस तरह से बोलता है. अगर वो विपक्ष में हैं तो सरकार के खिलाफ प्रोटेस्ट कर सकते हैं, मगर यहां तो वे राष्ट्र के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रहे हैं.
हालांकि, नरेश अग्रवाल ने अपने बयान पर सफाई भी दी है. उन्होंने कहा मेरे कहने का मतलब था कि भारतीय जो पाक जेल में हैं, उनके साथ वो जो व्यवहार कर रहे हैं, हमको भी इंडिया में जो पाक के जासूस या आतंकवादी हैं, उनके साथ वैसा ही करना चाहिए. हम उनके साथ खुली छूट देकर व्यवहार कर रहे हैं. हमें वो नहीं करना चाहिए.
गौरतलब है कि कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी की मुलाकात सोमवार को इस्लामाबाद में मानवीय आधार पर कराई गई थी. ये मुलाकात करीब 40 मिनट तक चली थी, मगर जाधव और उनकी मां और पत्नी के बीच में एक कांच की दीवार थी, जिसके लिए भारत ने अपना विरोध जताया है. पाकिस्तान ने जाधव के परिवार को न छूने की इजाजत दी और न ही उनकी मां को गले लगने की. इतना ही नहीं, भय के माहौल में पाकिस्तान ने जाधव के परिवार को उनसे मुलाकात करवाई थी.