मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित एक बालिका गृह में 34 लड़कियों के साथ यौन शोषण मामले में गिरफ्तारी से अबतक बच रहे एक और आरोपी दिलीप वर्मा ने बृहस्पतिवार को स्थानीय अदालत में आत्मसपर्मण कर दिया। इस मामले में स्वयं सेवी संस्था सेवा संकल्प एवं विकास समिति का संचालक तथा मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर वर्तमान में पटियाला की एक जेल में बंद है। इस मामले में आरोपित और अब तक गिरफ्तारी से बच रहे दिलीप वर्मा ने बृहस्पतिवार को विशेष पोस्को न्यायाधीश आर पी तिवारी के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
वर्मा पूर्व में बाल कल्याण समिति का अध्यक्ष था। मामले की जांच कर रहे सीबीआई के अधिकारियों ने दिलीप से पूछताछ की। जांच एजेंसी वर्मा को रिमांड पर लेने के लिए शुक्रवार को अदालत से आग्रह कर सकती है। गौरतलब है कि मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज द्वारा किए गए सामाजिक अंकेक्षण रिपोर्ट में मुजफ्फरपुर स्थित उक्त बालिका गृह में लड़कियों का यौन शोषण किए जाने का खुलासा जून में हुआ था। बढ़ते राजनीतिक दबाव के बीच गत 26 जुलाई को राज्य सरकार ने इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया था। इस मामले में आरोपित और अब तक गिरफ्तारी से बच रहे दिलीप वर्मा ने बृहस्पतिवार को विशेष पोस्को न्यायाधीश आर पी तिवारी के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। वर्मा पूर्व में बाल कल्याण समिति का अध्यक्ष था।