लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में कल रात्रि (06 अप्रैल, 2019) आयी आंधी तथा बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से प्रभावित जनपदों के जिलाधिकारियों से अपने-अपने जनपद में फसलों को हुये नुकसान का तत्काल आकलन करने की अपेक्षा की है। इसके साथ ही उन्होंने फसल क्षति का 48 घण्टे के भीतर कृषकवार सर्वे कराये जाने की भी अपेक्षा की है, ताकि प्रभावितों को फौरन राहत उपलब्ध करायी जा सके। मुख्यमंत्री ने आंधी और ओलावृष्टि से प्रभावित जनपदों से जनहानि, पशु हानि एवं मकान क्षति रिपोर्ट मिलने पर इनसे प्रभावित व्यक्तियों को 24 घण्टे के भीतर सहायता राशि उपलब्ध कराये जाने की भी अपेक्षा की है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावितों को राहत एवं मदद पहुंचाने के कार्य को तेजी से किया जाय।
इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न की जाय। यह जानकारी आज यहां देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश के अधिकांश जनपदों में बेमौसम वर्षा एवं कहीं-कहीं वर्षा के साथ ओलावृष्टि भी हो रही है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अगले कुछ दिनों तक प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि की सम्भावना बनी हुई है। इसके दृष्टिगत मुख्यमंत्री जी ने प्रभावित व्यक्तियों के प्रति चिन्ता व्यक्त करते हुये उन्हें समय से मदद पहुंचाने के लिये स्थानीय प्रशासन से अपेक्षा की है। प्रवक्ता ने बताया कि ओलावृष्टि से प्रभावित जनपदों के जिलाधिकारियों को प्रभावितों को तत्काल राहत उपलब्ध कराने के निर्देश अपर मुख्य सचिव राजस्व द्वारा दिये गये हैं।
इसके लिये आवश्यक धनराशि जारी भी की जा चुकी है। उनके द्वारा जिलाधिकारियों को राहत के लिये और धनराशि की आवश्यकता पड़ने पर आज ही (07 अप्रैल, 2019 को ही) डिमाण्ड भेजने के भी निर्देश दिये गये हैं। ओलावृष्टि, आंधी, बारिश से प्रभावित सभी जनपदों से नुकसान का आकलन करते हुये इसकी रिपोर्ट शासन को शीघ्रातिशीघ्र भेजने की अपेक्षा की गयी है। यदि वास्तविक हानियों के आकलन में समय लग रहा हो, तो एक प्रारम्भिक रिपोर्ट आज मध्यान्ह् 12 बजे तक भेजने के भी निर्देश प्रभावित जनपदों के जिलाधिकारियों को दिये गये हैं। प्रवक्ता ने बताया कि मौसम विभाग द्वारा अगले कुछ दिनों में लगभग 32 जिलों में आंधी और ओलावृष्टि की सम्भावना व्यक्त की गयी है। इन सभी जनपदों को एलर्ट किया जा चुका है।