मुंबई : मुंबई के एक अस्पताल में आग लगने की वजह से छह महीने के बच्चे समेत आठ लोगों की मौत हो चुकी है. अभी तक 140 लोगों को बचा लिया गया है. छह की मौत सोमवार को हो गई थी और दो का निधन मंगलवार सुबह हुआ है. आग से जख्मी हुए कई लोगों की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है. एक महिला की मौत बचाव कार्य के दौरान क्रेन से गिरने से हो गई, जबकि ज्यादात्तर की मौत दम घुटने से हुई है. एक अधिकारी ने बताया कि अंधेरी के मारोल में स्थित ईएसआईसी कामगर अस्पताल में आग लगने की सूचना सोमवार शाम करीब चार बजे मिली थी. वहीं एक अधिकारी ने बताया कि दो सप्ताह पहले ही अस्पताल फायर सेफ्टी टेस्ट में फेल हो गया था. अस्पताल के फायर सेफ्टी ऑडिट की दोबारा से जांच की जाएगी. आग की जानकारी मिलने के बाद अग्निशमन विभाग ने दस गाड़ियां मौके पर भेजकर बचाव कार्य शुरू कर दिया.
इसके अलावा वहां एंबुलेंस भी मौजूद थीं. अधिकारियों ने बताया कि कुछ लोगों के अभी भी फंसे होने का अंदेशा है. राहत और बचाव अभियान जारी है. मरने वाले में अधिकतर मरीज और कर्मचारी थे. आग शाम करीब सवा चार बजे लगी. आग लगने का कारण शॉट सर्किट हो सकता है. यह आग एमआईडीसी इलाके स्थित पांच मंजिला इमारत की ऊपरी मंजिल पर लगी. यह इलाका उत्तरी-पश्चिमी उपनगर का औद्योगिक केंद्र है. अस्पताल से सुरक्षित निकाले गए लोगों में से 10 को कूपर अस्पताल में भर्ती कराया गया. होली स्पिरिट अस्पताल और सेवन हिल्स अस्पताल में 15-15 लोगों को भर्ती कराया गया है, वहीं 7 को इलाज के लिए ट्रॉमा अस्पताल में भेजा गया है. उपनगर में दूर से धुएं की मोटी परत दिखाई दे रही थी और बचाव अभियान के परिणामस्वरूप शाम को अंधेरी के व्यस्त इलाके में भारी जाम लग गया.