लखनऊ। पहली बार बजट सत्र से एक दिन पूर्व सोमवार को सदन की रिपोर्टिंग पर एक कार्यशाला का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। कार्यशाला में सदन की रिपोर्टिंग करने वाले पत्रकारों को इसके नियमों और तरीकों के बारे में बताया गया। संसदीय पत्रकारिता संगोष्ठी में योगी आदित्यनाथ ने कहा संवैधानिक संस्थाओं की मजबूती के लिहाज से संसदीय पत्रकारिता कार्यशाला अहम, मौनी अमावस्या की सभी को शुभकामनाएं, बधाई, संवैधानिक संस्थाओं के सशक्तिकरण में कार्यशाला अहम रोल अदा करेगी, हर काल खंड में लेखनी का अपना महत्व रहा है, देश मे हजारों वर्षों तक वेदों की परंपरा रही, वेदों को सुरक्षित रख पाना भारत में ही संभव था, पाश्चात्य जगत में लेखनी का अंत अच्छा नहीं होता, हमारे साहित्य ने लोगों को राह दिखाई है,
पाश्चात्य साहित्य ने अंधेरों में ढकेला है, चौथे स्तंभ को नजर अंदाज करेंगे तो लोकतंत्र त्रिशंकु हो जाएगा, आज मीडिया की बहुत बड़ी भूमिका हो सकती है लोकतंत्र में, मीडिया के माध्यम से बात लाखों, करोड़ों लोगों तक पहुंचती है, संसदीय लोकतंत्र में पत्रकारिता की अहम भूमिका है। देश मे हजारों वर्षों तक वेदों की परंपरा रही, वेदों को सुरक्षित रख पाना भारत में ही संभव था, पाश्चात्य जगत में लेखनी का अंत अच्छा नहीं होता, हमारे साहित्य ने लोगों को राह दिखाई है, पाश्चात्य साहित्य ने अंधेरों में ढकेला है, चैथे स्तंभ को नजर अंदाज करेंगे तो लोकतंत्र त्रिशंकु हो जाएगा, आज मीडिया की बहुत बड़ी भूमिका हो सकती है लोकतंत्र में, मीडिया के माध्यम से बात लाखों, करोड़ों लोगों तक पहुंचती है, संसदीय लोकतंत्र में पत्रकारिता की अहम भूमिका है।