अशाेक यादव, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर शहर विधानसभा सीट के गोरखनाथ क्षेत्र के बूथ संख्या 246 के पन्ना नंबर छह के पन्ना प्रमुख बनाए गए हैं। वहीं प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह जालौन के उरई नगर प्रथम मंडल, बूथ संख्या 367 के पन्ना नंबर 36 के पन्ना प्रमुख है। भाजपा के सांसदों, विधायकों, पदाधिकारियों को उनके निर्वाचन क्षेत्र में पन्ना प्रमुख की जिम्मेदारियां सौंपी जा रही हैं।
दरअसल आगामी विधानसभा चुनाव 2022 के चुनाव की तैयारियों में जुटी पार्टी मतदाताओं को जोड़ने के लिए सबसे निचली और आखिरी कड़ियों को भी मजबूत बनाने में जुटी है। बूथ स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के पदाधिकारियों को पन्ना प्रमुख की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इसी कड़ी में उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा को लखनऊ की मध्य विधानसभा सीट के वार्ड मास्टर कन्हैयालाल रोड-एक, बूथ संख्या-13 के पन्ना नंबर तीन के पन्ना प्रमुख और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मोर्या को प्रयागराज की उत्तर विधानसभा शहर सीट के वार्ड न्याय नगर, बूथ संख्या 254 के पन्ना नंबर छह के पन्ना प्रमुख बनाए गए है। पार्टी सूत्रों के अनुसार प्रदेश में भाजपा के करीब 1.65 लाख बूथ है। इसमें करीब 1.55 लाख पूरी तरह से सक्रिय है।
आगामी चुनाव को देखते हुए जिन बूथों को कमजोर पाया जा रहा है, संगठन उन्हें सक्रिय करने में लगा हुआ है। इसके लिए संगठन ने अभियान भी चलाया। संगठन में पन्ना प्रमुख की महत्ता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति के दौरान केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि पन्ना प्रमुख राष्ट्रीय अध्यक्ष से भी बड़ा होता है। यानि संगठन में चुनाव की जीत से लेकर सरकार के गठन में मुख्य भूमिका पन्ना प्रमुख की होती है। पार्टी सूत्रों के अनुसार कई बूथों पर लचर व्यवस्था को देखते हुए अभियान के दौरान पूरी टीम को बदला गया। साथ ही लगातार इस पर मंथन भी चल रहा है।
भाजपा ने पन्ना प्रमुख का प्रयोग सबसे पहले गुजरात विधानसभा चुनाव में किया। जहां अच्छी सफलता मिली थी। फिर पार्टी ने कई राज्यों के चुनाव में पन्ना प्रमुख बनाया, जिसमें उनको बड़ी कामयाबी हासिल हुई। इस कारण संगठन अब हर लोकसभा और विधानसभा चुनाव से पहले बूथ स्तर पर पन्ना प्रमुख बनाने और उन्हें सक्रिय करने में विशेष ध्यान देता है।
मतदाता सूची के हर पन्ने के लिए भाजपा एक प्रमुख बना रही है, इसे पन्ना प्रमुख का नाम दिया है। मतदान के दिन पर्ची बाटने से लेकर मतदाताओं को बूथ तक लेकर जाने की जिम्मेदारी पन्ना प्रमुख पर होती है। एक पन्ने पर दोनों तरफ 30-30 मतदाताओं के नाम होते हैं यानि कुल 60 मतदाताओं के नाम होते है, एक बूथ पर लगभग 20-21 पन्ना प्रमुख बनाए जाते है।