नई दिल्ली: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज मिशन शक्ति पर आयोजित प्रेस कॉंन्फेंस में कहा कि इस मिशन की पूरी प्रक्रिया 2014 के बाद शुरू हुई और इस मिशन की सफलता पर जो कांग्रेसी मित्र अपनी पीठ थपथपा रहे हैं, उन्हें यह याद रखना चाहिए कि वर्ष 2012 में अग्नि -5 के लॉन्चिंग के वक्त हमारे वैज्ञानिकों ने यह कहा था कि हम इतनी क्षमता रखते हैं, लेकिन सरकार हमें आगे बढ़ने की अनुमति नहीं देती है. पहले की सरकारों में यह क्षमता नहीं थी कि वे सुरक्षा के मद्देनजर अपने वैज्ञानिकों को यह अनुमति दें.अरुण जेटली ने कहा कि देश को गौरवान्वित करने वाले इस पल की जानकारी विश्व को देने के लिए प्रधानमंत्री से बेहतर कोई नहीं था.
हमें यह याद रखना चाहिए कि भविष्य की लड़ाइयां अलग तरीके से लड़ी जायेगी, ऐसे में हमें अपनी सुरक्षा के लिए तैयारियां करनी होगी. इस लिहाज से यह आज जो हासिल हुआ है उसकी यह विशेषता यह है कि यह मिशन सौ फीसदी भारतीय है. हमारा यह मिशन पूरी तरह अपनी सुरक्षा के लिए है. हम कभी भी परमाणु शक्ति का उपयोग नहीं करेंगे यह पूरा विश्व जानता है, लेकिन अपनी रक्षा की पूरी क्षमता हमारे पास हो यह बहुत जरूरी था. हम अपनी पूरी क्षमता के साथ अपने क्षेत्र में शांति कायम करना चाहते हैं और ट्रैक रिकॉर्ड बताता है कि हम ऐसा करते हैं. गौरतलब है कि कांग्रेस के कई नेता यह कह रहे हैं कि मिशन शक्ति की नींव मनमोहन सिंह की सरकार के दौरान रखी गयी थी, जो आज पूरी हुई है. अहमद पटेल ने तो बकायदा ट्घ्वीट कर मनमोहन सिंह को बधाई दी है.