नई दिल्ली। बंगाल की उत्तरी खाड़ी और उससे सटे गंगीय पश्चिम बंगाल और उड़ीसा तट पर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। कुछ राज्यों में मानसून दस्तक दे सकता है। आज बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ भागों में सुबह से ही बारिश शुरू भी हो गई। वहीं कई राज्यों में सुबह से तेज धूप ने दर्शन दिए तो कहीं बादलों की आवाजाही बनी रही। मौसम विभाग ने कई राज्याें में ऑरेंट और येलो अलर्ट भी जारी कर दिया है।
मध्य प्रदेश मौसम विभाग द्वारा 11 जिलों में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट और 2 दर्जन जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। ओडिशा, छत्तीसगढ़, विदर्भ के कुछ हिस्सों और कोंकण और गोवा में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। दक्षिण पूर्व मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, झारखंड, तटीय कर्नाटक, तेलंगाना, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और असम के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
मध्य प्रदेश, तटीय आंध्र प्रदेश, केरल, तटीय कर्नाटक, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, दक्षिण गुजरात, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। तमिलनाडु, रायलसीमा और आंतरिक कर्नाटक में हल्की बारिश की संभावना है। वहीं पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली में धूल भरी आंधी और गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं। दिल्ली में इस साल मानसून सामान्य तिथि से 12 दिन पहले यानी 15 जून को दस्तक दे सकता है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार 24 घंटे के दौरान 65 से 115 मिमी बारिश को ‘‘भारी बारिश’’, 115 से 204 मिमी को ‘‘बहुत भारी बारिश’’ और 204 मिमी से अधिक बारिश को ‘‘अत्यधिक भारी बारिश’’ की श्रेणी में माना जाता है। आईएमडी ने मुंबई में शनिवार को ‘ऑरेंज अलर्ट’ और रविवार के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है।
मौसम विभाग ने इससे पहले मुंबई और ठाणे जिलों में कुछ जगहों पर ‘‘भारी से अत्यंत अधिक बारिश’’ होने का पूर्वानुमान जताया था। आईएमडी की चेतावनी के बाद बीएमसी ने भी अगले दो दिनों में ‘‘अत्यंत अधिक बारिश’’ के पूर्वानुमान के मद्देनजर संबंधित एजेंसियों को ‘‘हाई अलर्ट’’ जारी किया है।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि बेस्ट और अडाणी समेत अन्य एजेंसियों जैसी बिजली वितरण कंपनियों के साथ निकाय द्वारा संचालित सभी नियंत्रण कक्षों को ‘‘हाई अलर्ट’’ जारी कर सतर्क रहने का निर्देश दिया गया। इसके अलावा नौसेना एवं राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) को जरूरत पड़ने पर तैयार रहने को कहा गया है।