अशाेक यादव, लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी पर धार्मिक आधार पर मतों का ध्रुवीकरण करने के विपक्ष के आरोपों को सिरे से नकारते हुये राज्य के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा है कि चोरी या तस्करी कर विदेशों में भेजी गयी देश की अमूल्य धरोहरों की स्वदेश वापसी का पवित्र अभियान पार्टी के लिये राजनीति का मुद्दा नहीं हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि विपक्ष राम मंदिर मुद्दे से लेकर हाल ही में 108 साल बाद कनाडा से स्वदेश लायी गयी मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा को काशी में पुनर्स्थापित किये जाने को भाजपा का ‘धार्मिक ध्रुवीकरण अभियान’ बता रहे हैं। पाठक ने मंगलवार को कहा कि, “यह धार्मिक ध्रुवीकरण नहीं, बल्कि विरासत की स्वदेश वापसी है। विरोधी दलों को छोड़कर समस्त देशवासियों को इस पर गर्व हो रहा है।
सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर मोहम्मद अली जिन्ना का मुद्दा जानबूझकर चुनाव के समय उछालने की तोहमत मढ़ते हुये पाठक ने कहा कि यह मुस्लिम तुष्टीकरण की तुच्छ कोशिश साबित हुयी, क्योंकि इसकी तत्काल प्रतिक्रिया में देश के मुसलमानों ने एक स्वर से जिन्ना को नकार दिया।
पाठक ने कहा कि जहां तक मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा स्वदेश वापस लाने का सवाल है तो यह किसी एक विरासत की स्वदेश वापसी का मामला नहीं है। इससे पहले लंदन में बाबा साहब अंबेडकर की विरासत को भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संजोने का काम किया है।
पूरे राज्य को एक्सप्रेस-वे से जोड़ना हो, पीएम आवास और स्वच्छ पेयजल योजना हो या किसान कल्याण की योजनाओं का लाभ सीधे किसानों तक पहुंचाना हो, समाज का हर वर्ग किसी न किसी रूप में सरकार की योजनाओं से सकारात्मक रूप से प्रभावित हुआ है।