उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें यहां पीड़ितों का दर्द बांटने के लिए भेजा है। पीड़ितों को स्थानीय स्तर पर पेंशन, आवास, राशन कार्ड और अन्य मद से भी मदद दी जाएगी। घटना दुखद है, सरकार पीड़ितों के साथ है। उन्होंने कहा कि अवैध शराब के खिलाफ जनांदोलन की आवश्यकता है। महिलाएं शराब माफियाओं का विरोध करें और इस जनांदोलन की अगुवाई करें। शासन और प्रशासन से उन्हें पूरा सहयोग मिलेगा। लोगों को जागरूक करने में महिलाएं सबसे ज्यादा सक्षम हैं।
इसके लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान उन्होंने ने वर्ष 2013 में मुबारकपुर में जहरीली शराब से हुई 46 लोगों की मौत को लेकर सपाइयों पर निशाना भी साधा। कहा कि शराब कांड के बाद सरकार का कोई मंत्री मौके पर नहीं पहुंचा था। उस समय ही माफियाओं पर कार्रवाई की गई होती तो आज ये दिन नहीं देखना पड़ता।
आबकारी आयुक्त धीरज साहू ने कहा कि विभाग की ओर से मामले में लापरवाही पर पांच लोगों को सस्पेंड किया गया है। जांच में दोषी पाए जाने पर आगे भी कार्रवाई होगी। जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने कहा कि अवैध शराब की सूचना तुरंत पुलिस-प्रशासन को दें। इस मौके पर आईजी ला एवं आर्डर हरिराम शर्मा, एसपी अजय कुमार साहनी, एसडीएण सगड़ी रवि रंजन, तहसीलदार हीरालाल, नायब तहसीलदार मनीष कुमार, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रेम प्रकाश राय, नगर पंचायत अजमतगढ़ की अध्यक्ष नीतू जायसवाल, अरविंद कुमार जायसवाल, कृष्णपाल, कन्हैया निषाद, देवेंद्र, जय प्रकाश पांडेय, संतोष जयसवाल ,सोनू सिंह, कृष्ण मुरारी, बृजेश जयसवाल, बब्बू राय, आदि लोग उपस्थित थे।