लखनऊ : महाराष्ट्र के वलसाड स्थित सेंट जोसेफ स्कूल पर धार्मिक भेदभाव फैलाने के आरोप लगे हैं. आरोप है कि यह स्कूल हिंदू और मुस्लिम छात्रों को एडमिशन देने में आनाकानी कर रहा है. इस स्कूल में केवल ईसाई छात्रों को एडमिशन दिया जा रहा है. छात्र बिलाल ने बताया कि जब वह स्कूल में एडमिशन फॉर्म लेने पहुंचा तो स्कूल की एक महिला टीचर ने मना कर दिया. कहा कि फॉर्म खत्म हो चुके हैं. वहीं छात्र नीलेश ने बताया कि उसके 10वीं में 59 फीसद नंबर हैं, लेकिन स्कूल वालों ने एडमिशन देने से मना कर दिया. वहीं उसका दोस्त ईसाई है और उसके महज 39 प्रतिशत नंबर हैं फिर भी उसे दाखिल मिल गया है.
स्कूल के इस रवैये की खबर इलाके में फैलने पर कांग्रेस पार्टी का यूथ विंग एनएसयूआई भी इसके विरोध में आ गया है. वलसाड यूथ कांग्रेस प्रमुख भार्गव दवे की अगुवाई में छात्रों ने जिला शिक्षा अधिकारी को शिकायत पत्र सौंपा. इमसें स्कूल पर धार्मिक भेदभाव फैलाने का आरोप लगाया गया है. आरोप लगाया गया है कि स्कूल केवल ईसाई छात्रों को एडमिशन दे रहा है.
शिकायत पत्र में खासतौर से एक महिला शिक्षक पर आरोप लगाया गया है कि वह एडमिशन फॉर्म लेने के लिए पहुंचने वाले छात्रों से उसका धर्म पूछती हैं. इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी बीएम पटेल ने बताया सेंट जोसेफ स्कूल के खिलाफ शिकायत मिली है. स्कूल पर हिन्दू-मुस्लिम छात्रों को एडमिशन नहीं देने का आरोप लगाया गया है.
उन्होंने कहा कि स्कूलों में धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जा सकता है. शिकायत की जांच की जाएगी. अगर आरोप सही साबित होते हैं तो स्कूल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.