रोहतक : रोहतक के मेला ग्राउंड में महापरिवर्तन रैली के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने प्रदेश की शिक्षा, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार इत्यादि को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा। हुड्डा ने अपने भाषण से पहले कहा कि वे आज मन और आत्मा और सारी पाबंदियों से मुक्त होकर मंच पर पहुंचे हैं। यहां हुड्डा ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि कांग्रेस रास्ते से भटक गई है, देश मेरे लिए पहले है, मैंने अनुच्छेद 370 हटाने का स्वागत किया है। उन्होंने कहा, मेरा परिवार पिछले चार पीढ़ियों से कांग्रेस में रहा है। मेरे दादा और पिता स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं, मुझे भी मौका मिला और मैंने सेवा की है। लेकिन अगर सरकार अगर ठीक काम करती है तो उसे मैं ठीक कहता हूं।
इन्होंने (भाजपा सरकार) धारा 370 हटाई, जिसका मेरे साथियों ने विरोध किया है, मेरी पार्टी भी कुछ भटक गई है, वह पहले वाली कांग्रेस नहीं रही, लेकिन जहां तक देशभक्ति और स्वाभिमान का सवाल है, मैं किसी से समझौता नहीं करूंगा। हुड्डा ने कहा कि पिछले पांच सालों के दौरान प्रदेश में किसानों और दलितों पर अत्याचार किया गया। सरकार ने खाद का रेट बढ़ाया, कृषि यंत्रों पर टैक्स बढ़ा दिया लेकिन किसान की फसल के दाम बढ़ाने पर सरकार बहाने बनाती है। उन्होंने कहा कि दलितों को हमने अपने सरकार के दौरान 100-100 गज के प्लॉट दिए, लेकिन भाजपा सरकार किसी एक गांव का नाम बताए कि वहां किसी गरीब को एक गज भी जमीन दी हो।बेरोजगारी के मुद्दे पर हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में बेरोजगारी की वृद्धि बेतहाशा हुई। हुड्डा ने कहा कि नेशनल सर्वे के मुताबिक 2011-12 में हरियाणा में बेरोजगारी का प्रतिशत 2.8 था, लेकिन अब बढ़कर 8.8 प्रतिशत हो गई है, ऐसे में हमारा युवा कहां जाएगा।
वहीं कानून व्यवस्था पर भी हुड्डा के तेवर तीखे ही देखने को मिले।उन्होंने कहा, आज प्रदेश में कानून व्यवस्था इतनी खराब है कि हर रोज तीन कत्ल, चार बलात्कार हो रहे हैं। जो प्रदेश कभी प्रतिव्यक्ति आय में नबंर एक पर था, आज वो प्रदेश अपराधों में नंबर एक हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार रोजगार के नाम पर अपनी वाहावाही कर रही है, भाजपा सरकार पारदर्शिता के दावे करती है, लेकिन ये पारदर्शिता लूट में की है।उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने जो भी स्कीम जनता को दी है, उन सभी में घोटाले किए हैं, चाहे वो किलोमीटर स्कीम रही हो या फिर माईनिंग और जनहित की कोई स्कीम रही हो, लेकिन नौकरियों में भाजपा सरकार ने एमए, इंजीनियरिंग, बीएड इत्यादि डिग्रीधारक युवाओं को चपरासी और कुक पर लगा दिया, ऐसे में जनता अपने बच्चों को एमए तक क्यों पढ़ाएगा, अगर उसे चपरासी की नौकरी देनी है।