पटना: बिहार में ‘महागठबंधन’ के नेताओं के लालू प्रसाद यादव से मुलाकात करने पर भाजपा के सहयोगी दल लोक जनशक्ति पार्टी ने निशाना साधा है. राम विलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने बिना किसी का नाम लिए हुए कहा, ‘यह एक विडंबना है कि महागठबंधन के वरिष्ठ नेता भ्रष्टाचार मामले के दोषी से मुलाकात के लिए लाइन लगाए हुए खड़े हैं.’ साथ ही उन्होंने कहा, ‘जेल के रास्त से सरकार बनाना चाह रहे हैं.’ पासवान लालू प्रसाद यादव की तरफ इशारा कर रहे थे, जो अभी चारा घोटाले के मामले में जेल में सजा काट रहे हैं. हालांकि, लालू प्रसाद यादव अभी रांची में रिम्स में अपना इलाज करवा रहे हैं. चिराग पासवान का यह बया तब आया है,
जब राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा, हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी, लोकतांत्रिक जनता दल के शरद यादव, विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश सहनी ने बिहार में ‘महागठबंधन’ की रूपरेखा तैयार होने से पहले रांची में लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की थी. कुछ दिन पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी मजाक उड़ाते हुए कहा था कि सीटों के बंटवारे के लिए नेता होटवार जेल में आरजेडी प्रमुख के सामेन दंडवत होने के लिए जा रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक महागठबंधन में आरजेडी अहम भूमिका निभा रही है, इसलिए सीटों के बंटवारे पर लालू यादव की मंजूरी जरूरी है. वहीं लालू प्रसाद यादव की गैर-मौजूदगी में आरजेडी संभाल रहे तेजस्वी यादव ने कहा, ‘हमारी प्राथमिकता एनडीए को हराना है.’
गौरतलब है कि शनिवार को कुशवाहा, मांझी और शरद रांची जाकर चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से मुलाकात कर चुके हैं. कांग्रेस नेताओं में पार्टी के झारखंड प्रभारी सुबोधकांत सहाय और बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शकील अहमद भी लालू से मिल चुके हैं. राजग के घटक दलों भाजपा, जदयू और लोजपा के बीच बिहार में सीट साझेदारी की घोषणा के बाद से सीट शेयरिंग को लेकर महागठबंधन लगातार विरोधियों के निशाने पर है और राजद प्रमुख से घटक दलों के नेताओं की मुलाकात के बाद विपक्ष ने राजनीतिक हमले और भी तेज कर दिए हैं. तेजस्वी के आवास पर कल प्रस्तावित बैठक को महागठबंधन की सीट बंटवारे पर फार्मूला तय कर अपने विरोधियों का मुंह बंद करने की एक कोशिश के रूप में देखा जा रहा है.