अशाेक यादव, लखनऊ। महंत नरेंद्र गिरि की अंतिम यात्रा टंकी तिराहा, अलोपी मंदिर तिराहा, गाय बछड़ा तिराहा, जीटी जवाहर, तिनकोनियां फोर्ट, किला संगम चौकी होते हुए बाघम्बरी मठ पहुंची। महंत नरेंद्र गिरि को बाघम्बरी मठ में भू-समाधि दी गई। वहां 13 अखाड़ों के प्रतिनिधि मठ में उपस्थित हैं।
संगम विधिवत पूजा कर उनका पार्थिव शव को स्नान कराया गया। जानकारी के अनुसार महंत नरेंद्र गिरि ने मठ में नींबू के पेड़ के पास समाधि स्थल बनाने की इच्छा जाहिर की थी। वहीं उन्हें भू-समाधि दी गई है।
गौरतलब है कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और बाघंबरी गद्दी के महंत नरेंद्र गिरि महाराज का शव प्रयागराज में संदिग्ध हालत में कमरे में फंदे से लटका मिला था।